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- Thu, 21st Nov, 2024
हर किसी का सपना होता है कि उसका अपना घर हो। भारत में घर खरीदने के फैसले को इमोशन से भी जोड़कर देखा जाता है। लेकिन कड़ी मेहनत और जिंदगी भर की योजनाएं बनाने के बाद घर होने के योग नहीं बन पाते हैं। मेट्रो शहरों में तो प्रॉपर्टी खरीदना और भी मुश्किल होता जा रहा। दिल्ली-एनसीआर जैसे हॉट रियल एस्टेट स्पॉट में आज के समय 2 बीएचके मकान खरीदना आसान काम नहीं रह गया है। इसके लिए कम से कम 50 लाख रुपये तो खर्च ही करने पड़ेंगे। वहीं अगर आप अपने शहर या गांव से दूर जाकर नौकरी कर रहे हैं, तो संभव है कि आप अपने करियर के शुरुआती दिनों में मकान लेने के बारे में नहीं सोचते हैं। लेकिन धीरे-धीरे जब एक तरह की स्टैबिलिटी आती है तो आप इस बारे में सोचने लगते हैं। आज के दौर में घर-फ्लैट खरीदना थोड़ा आसान है, क्योंकि घर की कुल कीमत का बड़ा हिस्सा बैंक से लोन में मिल जाता है। डाउन पेमेंट का इधर-उधर से जुगाड़ कर लेते हैं। लेकिन क्या लोन लेकर घर खरीदना सही फैसला है?
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दोनों के अपने फायदे-नुकसान
अपना घर खरीदें या किराये के घर में रहें? दोनों में से क्या ज्यादा फायदेमंद है। ये सब लंबी बहस के विषय हैं। दोनों विकल्पों के पैरोकार खूब फायदे गिनाते हैं। सिंपल बात है कि हर कदम के अपने फायदे होते हैं, लेकिन इनके अपने नुकसान भी होते हैं। अपना घर लेने का फायदा भी है, तो इसके नुकसान भी हैं। वैसे ही किराये के घर के बारे में भी है, इसके अपने फायदे और नुकसान दोनों हैं। आप खुद भी आंकलन कर सकते हैं कि आपके लिए क्या सही कदम होगा। आमतौर पर जब लोग लोन लेकर घर खरीदते हैं तो वो EMI में बंधकर रह जाते हैं। क्योंकि देश में अधिकतर लोग होम लोन कम से कम 20 साल के लिए लेते हैं। आइए एक उदाहरण से समझते हैं कि घर खरीदना बेहतर सौदा होगा या किराये पर रहना।
घर किराए पर लें या खरीदें
अगर आप खुद का घर लेने जा रहे हैं तो सबसे पहले घर खरीदने और किराए के घर के खर्चों का आंकलन कर लें, नहीं तो आपको बाद में पछताना पड़ सकता है। क्योंकि एक घर खरीदने की तुलना में किराए पर घर लेना आम लोगों के लिए सस्ता है। इसलिए मौजूदा समय में लोग घर खरीदने की बजाय रेंट पर लेना पसंद कर रहे हैं। क्योंकि होम लोन ईएमआई की अपेक्षा हाउस रेंट बेहतर है। वहीं घर खरीदने पर आपको ईएमआई के अलावा कई तरह के चार्जेज बढ़ जाते हैं। जो आपकी सेविंग को प्रभावित कर सकते हैं।
किसे खरीदना चाहिए घर?
अगर आप अपना पहला घर खरीद रहे हैं तो घर जरूर खरीदें। हालांकि, घर खरीदते समय कोशिश करें कि आप अपने पास से अधिक से अधिक पैसे लगाएं और कम से कम लोन लें। इतना ही नहीं, यह भी कोशिश करें कि लोन चुकाने की अवधि जितनी कम हो सके उतनी कम रखें। हालांकि, यह ध्यान रखें कि होम लोन चुकाने की अवधि जितनी कम होगी, ईएमआई उतनी ही अधिक जाएगी। यह भी ध्यान रखें कि घर तभी खरीदें जब आप लंबे समय तक वहां रहना चाहते हैं। अगर आप सोच रहे हैं कि 4-5 साल बाद घर बेच देंगे तो किराए पर ही रहें।
TNP न्यूज़ से निवेदिता राय की रिपोर्ट