
Interim Budget 2024: देश का अंतरिम बजट पेश होने में अब सिर्फ एक दिन ही बीच में रह गया है. इस बजट को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पेश करेगी. 1 फरवरी को संसद में बजट पेश किया जाएगा. जिसको लेकर पूरी तैयारियां हो चुकी हैं. ऐसे वक्त में बजट से जुड़ी कई रोचक जानकारियां सामने आ रही है. आज हम आपको बताने जा रहे है कि हमारे देश में एक वित्त मंत्री ऐसे हुए थे जो वित्त मंत्री रहते हुए भी बजट पेश नहीं कर पाए.
दरअसल अब तक आजाद भारत के इतिहास में 34 वित्त मंत्री रह चुके हैं. ताजा वक्त में निर्मला सीतारमण भारत की वित्त मंत्री हैं. जो 1 फरवरी को अपना छठा बजट पेश करने जा रही हैं. वहीं निर्मला सीतारमण के नाम इतिहास का सबसे लंबा बजट भाषण पढ़ने का भी रिकाॅर्ड दर्ज है.
सिर्फ 35 दिन वित्त मंत्री रहे नियोगी
देश के पूर्व वित्त मंत्री क्षितिश चंद्र नियोगी फाइनेंस मिनिस्टर रहे थे. ये मौजूदा वित्त मंत्री रहते हुए भी बजट पेश नहीं कर सके थे. बात 1948 की है जब वे वित्त मंत्री रहे लेकिन वे सिर्फ 35 दिनों तक ही वित्त मंत्री रहे थे. उन्होंने आर. के शणमुखम शेट्टी की जगह इस जिम्मेदारी पर तैनात हुए थे. लेकिन पद संभालने के महज 35 दिन बाद ही उन्होंने इस्तीफा दे दिया था. जिसके चलते उन्हें बजट पेश करने का मौका ही नहीं मिल पाया था.
हेमवती नंदन बहुगुणा ने नहीं पेश किया था बजट
बजट पेश न कर पाने वाले वित्त मंत्री की लिस्ट में अगला नाम आता है हेमवती नंदन बहुगुणा (H N Bahuguna) का जिन्होंने इस पद को संभाला लेकिन जब बात आम बजट पेश करने की आई तो उन्हें भी ये मौका नहीं मिल पाया. बहुगुणा के साथ भी केसी नियोगी जैसी ही स्थिति बनी हुई थी, जिसके चलते उनका कार्यकाल भी सिर्फ साढ़े पांच महीने का रहा. बात 1979 की है जब उस जमाने में इंदिरा गांधी की सरकार थी. उस समय हेमवती नंदन बहुगुणा इंदिरा गांधी की सरकार में मौजूदा वित्त मंत्री बने थे, लेकिन उनके कार्यकाल के दौरान वह बजट पेश नहीं कर पाए.
TNP न्यूज़ से अमजद खान की रिपोर्ट.