
NEETU PANDEY, नई दिल्ली: अचानक टमाटर के बढ़ते दाम जनता की परेशानी का कारण बन गई है. महज एक हफ्ते पहले तक 40 रुपये किलो बिकने वाले टमाटर के भाव में 6 गुना बढ़कर 120 रुपये पर पहुंच गए है. 4 दिन पहले की बात करें तो बीन्स (बोड़ा) 40 से 80 रुपये किलो हो गया. देशी परवल 60 से सीधे 100 रुपये किलो पर पहुंच गया. मंगलवार को यूपी के कुशीनगर के अधिकतर बाजारों में भिंडी 60 रुपये किलो बिकी.
मंहगाई की मार आम जनता की चिंता और ज्यादा बढ़ा रही है. कुछ लोग का कहना है कि बिना टमाटर के ही सब्जी बनानी पड़ेगी. केवल आलू-प्याज के दाम ही कम है. सब्जियों के दाम बढ़ने से आम जनता की जेब पर इसका सीधा असर पड़ रहा है. लुधियाना में टमाटर के बढ़े दामों ने गृहणियों के बजट को पूरी तरह बिगाड़ दिया है.
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वहीं दुकानदारों का कहना है कि जब उन्हें सब्जी महंगी मिल रही है तो वह सस्ते में कैसे बेचें. बीते 3 सालों में बारिश के कारण टमाटर के दामों में बढ़ोतरी का ट्रेंड दिखा है. सब्जी महंगी होने के कारण ग्राहक भी सब्जी (टमाटर) की दुकानों पर कम दिख रहे है.
कई दुकानदारों का कहना है कि उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, राजस्थान और हरियाणा में टमाटर की फसलें खराब हुई है. पंजाब में टमाटर लू की वजह से खराब हुआ है. टमाटर बेंगलुरु से आ रहा है. लोकल के टमाटर सब सड़ रहे है. इसी के चलते टमाटर के दामों में तेजी आई है. राजस्थान में टमाटर 90 से 110 रुपये में बिक रहा है.
उत्तर प्रदेश के शहरों में टमाटर का दाम 80 से 100 रुपये किलो हो गया है. मध्यप्रदेश में भी टमाटर 80 से 100 रुपये किलों हो गया है. बिहार और झारखंड में टमाटर कल यानी मंगलवार को 80 रुपये किलो में बिका. लेकिन आज टमाटर के भाव में नर्मी के संकेत है. 2020 की बात करें तो टमाटर 70 से 80 रुपये में बिका था. 2021 में 100 रुपये में बिका. 2022 में 60 से 70 रुपये में बिके थे.