
नीतू पाण्डेय, नई दिल्ली: कड़ी सुरक्षा के बीच आज से G20 टूरिज्म ग्रुप की बैठक कश्मीर में शुरु हो गई है. कश्मीर और कश्मीरी अपनी आतिथ्य की परंपरा के लिए पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है. लेकिन सोमवार से श्रीनगर में शुरु हो रहे है.श्रीनगर में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है, शहर तीसरी जी20 टूरिज्म वर्किंग ग्रुप की बैठक की मेजबानी करने के लिए तैयार है। जी-20 बैठक यहां 22-24 मई तक होगी। ये बैठक 3 दिन चलने वाली है. चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। लाल चौक समेत शहर के कई इलाकों में NSG-कमांडो को तैनात किया गया है.
जी-20 पर्यटन कार्यसमूह सम्मेलन में सदियों पुरानी आतिथ्य परंपरा को राष्ट्रविरोधी तत्व को नुकसान पहुंचाने के लिए षड़यंत्र रच रहे हैं. प्रदेश व क्रेंद सरकार ने सम्मेलन को सुरक्षित, शांत और शांतिपूर्ण ढंग से कराने के लिए विशेष सुरक्षा का इंतजाम कर रहे है. शेरे-ए- कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर एसकेआइसीसी में जी-20 पर्यटन कार्यसमूह का सम्मेलन शुरु हो रहा है। तीन दिनों तक चलने वाले इस सम्मेलन में जी-20 सदस्य राष्ट्रों में 17 और आमंत्रित अतिथि देशों में से आठ राष्ट्रों समेत कुल 25 देशों के प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। इस मीटिंग में सदस्य देशों के 60 से अधिक डेलीगेट्स फिल्म और इको टूरिज्म पर अलग-अलग सेशन में चर्चा करेंगे।
G20 मीट के लिए पहुंचे हुए प्रतिनिधियों का एयरपोर्ट पर गर्मजोशी के साथ स्वागत किया गया.
भारत ने बैठक से पहले अपना रुख साफ करते हुए कहा है कि यहां आकर लोग देखेंगे कि धरती पर स्वर्ग कैसा होता है. आतंकी साजिश के अलर्ट के बाद सुरक्षा के बेहद कड़े इंतजाम किए गए है. इस मीटिंग को देखते हुए श्रीनगर शहर को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत बेहद खूबसूरत और नया लुक दिया गया है.
बता दें कि, श्रीनगर में हो रही बैठक में 60 से ज्यादा प्रतिनिधि हिस्सा ले सकते है. जी20 की टूरिज्म डेलिगेट्स वर्किंग ग्रुप की बैठक में पूरे क्षेत्र के सतत विकास को लेकर विस्तार से चर्चा होगी. अगस्त 2019 में घाटी से धारा 370 हटाने के बाद जम्मू कश्मीर में ये पहला बड़ा इंटरनेशनल प्रोग्राम है, जिसको लेकर सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए गए हैं। आकाश से लेकर जमीन तक निगहबानी की जा रही है। डल झील में मार्कोस कमांडो का पहरा है, तो वहीं श्रीनगर को दुल्हन की तरह सजाया गया है.