
Manipur Violence: पूर्वी भारत के मणिपुर (Manipur) में हुई हिंसा के बाद अब शांति देखने को मिल रही है। लेकिन अभी भी प्रदेश के कई इलाकों में तनावपूर्ण स्थिती बनी हुई है। जानकारी के मुताबिक इंफाल (Imphal) में आज पेट्रौल पंप के बाहर लंबी कतार देखने को मिली।
प्रदेश डीजीपी पी. डोंगेल (P. Dongel) ने आगे की जानकारी देते हुए कहा कि, ‘सुरक्षा बलों (Security Forces) की वजह से स्थिति सुधार रही है और सख्त आदेशों के अनुसरा प्रदेश में हिस्सा फैलाने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।’
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प्रदेश में राष्ट्रपति शासन की मांग
बीते दिनों मणिपुर (Manipur) के कई इलाकों में हिंसा (Violence) की खबरें सामने आ रही है। जिसे ध्यान में रखते हुए राष्ट्रीय जनता दल (Rashtriya Janata Dal) के राज्यसभा सांसद मनोज कुमार झा (Manoj Kumar Jha) ने बीते शुक्रवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President Droupadi Murmu) को एक पत्र लिखा। उन्होंने पत्र के जरिए मणिपुर (Manipur) में हो रही हिंसा (Violence) पर गहरी चिंता व्यक्त की। साथ ही राज्य में राष्ट्रपति शासन (President's Rule) लगाना का भी आग्रह किया।
10 हजार जवानों की तैनाती
जानकारी के मुताबिक, हिंसा (Violence) के बाद मणिपुर (Manipur) में सेना (Army) और असम राइफल्स (Assam Rifles) के लगभग 10 हजार जवानों को तैनात किया गया है। प्रदेश कई इलाकों में बीते दिन जवानों ने फ्लैग मार्च (Flag March) भी निकाला। बताया जा रहा है कि, केंद्र ने आदिवासियों और मैती समुदाय के बीच CRPF और BSF सहित केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (Central Armed Police Forces) की 20 नई कंपनियां तैनात की हैं।
प्रदेश में कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए मणिपुर (Manipur) जाने वाली ट्रेनों को रद किया गया है। नार्थईस्ट फ्रंटियर रेलवे (Northeast Frontier Railway zone) ने कहा, मणिपुर (Manipur) होकर जाने वाली दो ट्रेनों को 5 मई से दो दिनों के लिए रद कर दिया है।