
नीतू पाण्डेय, नई दिल्ली: मणिपुर (Manipur Violence) में ‘आदिवासी एकता मार्च’ आंदोलन के दौरान कई जिलों में हिंसा भड़क गई है. जिसके बाद 8 जिलों में कर्फ्यू लगा दिया गया और इसके साथ ही पूरे राज्य में 5 दिनों तक मोबाइल इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई. लेकिन ब्राडबैंड सेवाएं दरअसल, मणिपुर (Manipur Violence) में मैतई समुदाय को अनुसूचित जनजाति यानी एसटी श्रेणी में शामिल करने की मांग का विरोध करते हुए बुधवार 3 मई को जनजातीय समूहों की ओर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया गया.
हिंसा पर काबू पाने के लिए तैनात की गई सेना
बता दें कि, मणिपुर में हिंसा (Manipur Violence) पर काबू पाने के लिए सेना और असम रायफल्स के जवानों की तैनाती कर दी गई है. स्थानीय प्रशासन ने 3-4 मई की रात को सेना को बुलाया गया. राज्य पुलिस के साथ सेना और असम रायफल्स के जवानों ने रात में स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए कार्यवाही की. गुरुवार सुबह हिंसा पर काबू पा लिया गया. वहीं अलग-अलग जगहों पर लगभग 4000 ग्रामीणों को सेना और असम रायफल्स की सीओबी और राज्य सरकार परिसरों में आश्रय दिया गया है. वहीं धरने पर नियंत्रण पाने के लिए फ्लैग मार्च किया जा रहा है.
रैली में हजारों आंदोलनकारियों ने लिया हिस्सा
‘ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ मणिपुर’ (एटीएसयूएम) ने बताया कि मैतई समुदाय को एसटी श्रेणी में शामिल करने की मांग ने जोर पकड़ रही है, जिसके खिलाफ मार्च बुलाया गया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि रैली में हजारों आंदोलनकारियों ने हिस्सा लिया और इस दौरान तोरबंग इलाके में आदिवासियों के बीच हिंसा की खबरें भी मिली. अधिकारी ने बताया कि भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे.
धारा 144 लागू कर दी गई है
मणिपुर (Manipur Violence) के बिष्णुपुर जिले में पांच या उससे अधिक व्यक्तियों का एकत्र होना गैरकानूनी घोषित कर दिया गया है। पूरे जिले में 1973 की धारा 144 लागू कर दी गई है. जिलाधिकारी की तरफ से जारी निर्देश के वैध लाइसेंस के बिना हथियार, लाठी, पत्थर, आग्नेयशास्त्र या ऐसे हथियार जिनका लोग आक्रामक तरह से इस्तेमाल कर सकते है, उन हथियारों को प्रतिबंधित कर दिया गया है. विष्णुपुर के जिलाधिकारी के निर्देशानुसार यह रोक 3 मई 2023 के शाम 6 बजे से लागू कर दी गई है.
गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से बातचीत की
मणिपुर (Manipur Violence) के हालात पर गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह से बातचीत की है। शाह ने उन्हें हर संभव मदद का भरोसा दिया है. मैतेई समुदाय को एसटी श्रेणी में शामिल किए जाने की मांग के विरोध में तीन मई को रैली का आयोजन हुआ था. ऑल ट्राइबल स्टूडेंट्स यूनियन मणिपुर (ATSUM) ने इस एक रैली का आयोजन किया था। इस दौरान हिंसा भड़क गई। प्रदर्शनकारियों ने कई घरों में तोड़फोड़ की है.