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एनसीपी अध्यक्ष और राज्य के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने एक बार फिर पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद पवार को दुविधा में डाल दिया है. अजित दादा ने शरद पवार को लेकर एक और खुलासा किया और अपने चाचा को निर्वस्त्र कर दिया. शरद पवार ने NCP के अध्यक्ष पद से क्यों दिया इस्तीफा? इस्तीफे की शर्त क्या थी? इस संबंध में अजित पवार ने एक बड़ा गुप्त विस्फोट किया है. तो हड़कंप मच गया है.
यहां उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस बार उसने ये बड़ा गुप्त विस्फोट किया. इसके साथ ही अजित पवार ने कहा कि मैंने इस्तीफा दिया. उन्होंने सुप्रिया सुले को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने को कहा था. हमने तब इसे स्वीकार कर लिया. इसके बाद उन्होंने बिना बताए इस्तीफा दे दिया. लेकिन चार दिनों में क्या हुआ, यह जानते हुए उन्होंने अपना इस्तीफा वापस ले लिया. एनसीपी की अध्यक्षता और पार्टी पर नियंत्रण मिलने के बाद अजित दादा ने पहली बार किसी सार्वजनिक कार्यक्रम में शरद पवार की आलोचना की है.
ऐसा नहीं होना चाहिए था
इस मौके पर उन्होंने कार्यकर्ताओं से पार्टी को बढ़ाने की अपील की. बूथ कमेटी की बैठक करें. पुरानी पीढ़ियों ने इसे काम पर देखा है. मुझे भी कम उम्र में काम करने का मौका मिला. शुरुआत में मुझे एक फैक्ट्री में काम करने का मौका मिला. 1987 में काम शुरू किया. युवाओं ने एकजुट होकर प्रयास किया. हमने प्यार दिया, वरिष्ठों ने मौका दिया और पार्टी ने पद दिये. काम करते-करते अनुभव प्राप्त हो गया. लेकिन अब स्थिति बदल गई है. अजितदादा ने कहा कि ऐसी घटना नहीं होनी चाहिए थी.
तो मैं मुख्यमंत्री नहीं बनता
हमने वरिष्ठों से कहा कि देवेंद्र फड़नवीस का समर्थन किया जाना चाहिए. उस वक्त वरिष्ठों ने उनसे कहा था कि वह उपमुख्यमंत्री का पद लेना चाहते हैं, जबकि कांग्रेस के साथ रहते हुए एनसीपी को मुख्यमंत्री बनने का मौका मिला. अगर तब मुख्यमंत्री का पद आता तो मैं मुख्यमंत्री नहीं बनता. आरआर पाटिल या छगन भुजबल मुख्यमंत्री होते. अजितदादा ने कहा, क्योंकि ये दोनों नेता वरिष्ठ हैं.
विधायक रुकने को तैयार नहीं थे
2010 में मुझे उपमुख्यमंत्री की जिम्मेदारी मिली. उन्होंने लोकतंत्र में बहुमत को महत्वपूर्ण बताते हुए ठाकरे सरकार की आलोचना भी की. उद्धव ठाकरे सरकार जा रही थी. सभी विधायकों ने हस्ताक्षर किये थे. विधायक रुकने को तैयार नहीं थे. बीजेपी यहां हमें साथ लेने के लिए तैयार थी. लेकिन वरिष्ठ निर्णय नहीं ले रहे थे. हम फिर एक हो गये. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि उन्होंने निर्णय लिया है कि बहुजन समाज के लिए निर्णय लिया जाना चाहिए.
TNP न्यूज़ से DIMPLE YADAV की रिपोर्ट.