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- Thu, 21st Nov, 2024
उत्तर प्रदेश के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की गुरुवार रात कार्डियक अरेस्ट से मौत हो गई। जेल में उनकी हालत अचानक बिगड़ गई. इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया. लेकिन वह मर गया. उनकी मौत के बाद अंसारी की हजारों करोड़ की बेनामी संपत्ति का क्या होगा? इस संबंध में अब चर्चा शुरू हो गई है. ईडी सूत्रों के मुताबिक मुख्तार के पास 15 हजार करोड़ की संपत्ति है. लेकिन मुख्तार का पूरा परिवार जेल में है. उसकी पत्नी अफशा अंसारी फरार है. सिर्फ उनकी छोटी बहू निखत अंसारी ही बाहर हैं. अब अंसारी परिवार का जेल से निकलना मुश्किल है. उनकी वित्तीय व्यवस्था ख़त्म हो रही है. उनकी बेनामी संपत्ति को संभालने वाला कोई नहीं बचा है. मुख्तार अंसारी के बाद कौन चलाएगा IS-191 गैंग? यह प्रश्न है. उनके साथियों में भी फूट है. कहा जाता है कि मुख्तार अंसारी के पास न केवल उत्तर प्रदेश बल्कि मुंबई में भी होटल और जमीनें हैं.
मुख्य रूप से अंसारी गैंग पर 155 एफआईआर
मुख्तार अंसारी गैंग के खिलाफ करीब 155 एफआईआर हैं. उसका पूर्वांचल में व्यापक आतंक था। इस क्षेत्र में सरकार नहीं बल्कि उसकी अनुमति के बिना कोई भी ठेका नहीं ले सकता था। उत्तर प्रदेश में योगी सरकार आने के बाद से उनके खिलाफ कार्रवाई का दौर शुरू हो गया है. तमाम सरकारी एजेंसियां अब तक उनकी 608 करोड़ की संपत्ति जब्त कर चुकी हैं. साथ ही उसका 2100 करोड़ रुपये से ज्यादा का अवैध कारोबार बंद हो गया है.
मुख्तार गणेश मिश्रा के नाम पर संपत्ति ले रहा था
मुखिया अन्नारी गणेश मिश्र के नाम पर संपत्ति ले रहा था. उनकी पत्नी अफशा अंसारी को आयकर विभाग ने जून-2023 में पूछताछ के लिए बुलाया था. लेकिन वह नहीं आई. इसके बाद वह फरार हो गई. आयकर विभाग ने उनकी बेनामी संपत्ति का पता लगाने के लिए अभियान चलाया है. इस अभियान को 'ऑपरेशन पैंथर' नाम दिया गया है.
पिछले साल सितंबर में लखनऊ के डालीबाग में अंसारी की अवैध संपत्ति का खुलासा हुआ था. आयकर विभाग की बेनामी विंग ने ऑपरेशन पैंथर के तहत मुख्तार अंसारी की 1.50 करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति जब्त की थी. यह आवासीय भूखंड गाजीपुर निवासी तनवीर सहर के नाम पर 76 लाख रुपये में खरीदा गया था. लेकिन यह प्लॉट सबसे पहले मुख्तार की पत्नी अफशा अंसारी के नाम पर खरीदा गया था. 2010 में इसे मुख्तार ने अपने करीबी गणेश दत्त मिश्रा को ट्रांसफर कर दिया था.
मुखिया अंसारी के पास हजारों करोड़ रुपये की बेनामी संपत्ति है. लेकिन 2017 में दिए गए चुनावी घोषणापत्र में उन्होंने खुलासा किया कि उनके पास सिर्फ 21.88 करोड़ रुपये की संपत्ति है. उन पर 6.91 करोड़ रुपये का कर्ज भी बताया गया था.