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- Thu, 21st Nov, 2024
Uttarkashi Tunnel Rescue: सुरंग के बीच फंसे 41 लोगों को आज 9 दिन हो चुके हैं. रेस्क्यू ऑपरेशन के लगातार चलते हुऐ भी अभी तक सफलता नही मिली है, जिसके चलते रविवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी और उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने घटनास्थल का पूरा जायजा लेते हुऐ. नितन गडकरी ने कहा कि रविवार को टनल के परीक्षण के बाद 6 अलग-अलग विकल्पों पर काम चल रहा है. जिसमें दो से तीन दिन का समय लगने की उम्मीद है.
सुरंग में ऊपर से होगी ड्रिलिंग
दरअसल, टनल में फंसे मजदूरों को निकालने के लिए दिल्ली से ऑगर मशीन को मगाया गया था. जिसने काम करना बंद कर दिया था. इसके बाद इंदौर से एक नई मशीन लगाई गई. इसे सुरंग के 200 मीटर अंदर तक ले जाया जा रहा है. इसकी मदद से रुके हुए काम को तेजी के साथ आगे किया जा रहा है. जिसके बाद सुरंग में अब ऊपर से सुराख किया जाएगा. जिससे मलबे को हटाया जा सके. दूसरी और 70 मीटर तक फैले मलबे में अभी 24 मीटर तक ही ड्रिलिंग की गई है. बावजूद इसके आधा काम भी पूरा नही हुआ है. माना जा रहा है कि ड्रिलिंग में अभी 4 से 5 दिनों का समय लगेगा.
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मजदूरों को सुरंग में फंसे हुऐ, 9 दिन
जानकारी के मुताबिक, सिलक्यारा में निर्माणाधीन सुरंग का 30 मीटर हिस्सा ढह चूका है. तकरीबन 41 मजदूर इस सुरंग के अंदर काम करते हुऐ फंस गए है. इन मजदूरों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. इसकी वजह से मशीनों को बाहर से लाया गया है, लेकिन बावजूद इसके अबी तक कोई कामयाबी नहीं मिली. फंसे हुऐ लोगों को जरूरी सामान की पहुंचाने के लिए बड़े रेडियस की पाइपलाइन डालने की तैयारी की जा रही है.
क्या कहा आपदा प्रबंधन सचिव ने
उत्तराखंड के आपदा प्रबंधन सचिव रंजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि सुरंग में ड्रिलिंग कर उसमें पाइप डालने के लिए ऑगर मशीन को शुरू किया जा रहा है. जिसकी मदद से फंसे हुए लोगों तक खाना पहुंचा जा सके.