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- Thu, 21st Nov, 2024
Uttarakhand Tunnel Collapse: उत्तराखंड के जिले उत्तरकाशी में हुए सुरंग हादसे में फंसे 41 मजूदरों बचाने के लिए पिछले कई रोज दिन-रात मशक्त चल रही है. जिसके बाद भी यह ऑपरेशन सफल नही हो पा रहा है. क्योंकी कई बार देखा गया है कि कभी वर्टिकल ड्रिलिंग में कोई दिक्कत आ जाती है तो कभी जिस जगह उस मशीन को लगाया गया है वहां जमीन में दरारों के चलते कई बार काम को रोक दिया गया है. और वहा सुरंग में काम कर रहे मजदूरों की सांसे गले में अटकी पड़ी है. इस बीज रेस्क्यू ऑपरेशन ने भी काम को तेज कर दिया है. जिससे मजदूरों को जल्द से जल्द बाहर निकाला जा सके. हालांकि मंजदूरो को सुरंग में फंसे आज (27 नवंबर) 16 दिन हो चुके है.
सेना ने संभाला मोर्चा
हालांकि 16 दिन पूरे होने के बाद भी अलग-अलग मोर्चे पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. अमेरिका से लाई गई ऑगर मशीन ड्रिलिंग का काम कर रही थी, लेकिन कई बार इस मशीन में खुदाई के चलते दिक्कत भी आई जिसके बाद काम को रोक दिया गया. आपको बता दें इस ऑपरेशन के चलते सेना को भी बुलाया गया है. क्योंकि इंडियन आर्मी मैनुअल ड्रिलिंग करके मजदूरों तक पंहुचने का रास्ता तैयार करेगी. वही उत्तराखंड सरकार के नोडल अधिकार नीरज खैरवाल ने बताया पाइप के अंदर अभी भी आगर का 13.09 मीटर हिस्सा फंसा हुआ है. जिसे काटकर बाहर निकाला जाएगा.
रेस्क्यू ऑपरेशन में एजेंसीयों का साथ
सुरंग में 12 नवंबर से 41 मजदूरों की जान फंसी है ऐसे में सरकार की नजर इस ऑपरेशन पर बनी है. जिसके चलते रेस्क्यू को तेजी से पूरा करने की तैयारी कि गई है. 41 मजदूरों को बचाने कि जंग में, एसडीआरएफ, एनडीआरफ, आईटीबीपी जैसी एजेंसी को शामिल किया गया है, और साथ ही मदद के लिए सेना के जवानों को भी बुलाया गया है.
सुरंग के ऊपर हुए काम
टनल में फंसे 41 मजदूरों को निकालने के लिए भारतीय सेना मैनुअल ड्रिलिंग का काम शुरु करेगी. जिसमें भारतीय सेना के इंजिनियर उनकी मदद करेंगे. इस ऑपरेशन के चलते आर्मी की इंजिनियरिंग रेजीमेंट मद्रास इंजिनियर ग्रुप की एक टीम टनल के पास पहुंच कर मैनुअल तरीके से ड्रिलिंग का काम कर रही है. जिसके बाद 1.5 मीटर व्यास में ड्रिल मशीन की रिक से ड्रिलिंग शुरु की गई. एनएचआईडीसीएल के एमडी महमूद अहमद ने बताया कि सुरंग के ऊपर एसजेवीएनएल की टीम से 1.2 मीटर व्यास में वर्टिकल ड्रिलिंग शुरू कर दी है. जबकि 86 मीटर तक ड्रिलिंग होनी है. जिसमें उम्मीद लगाई जा रही है कि कम से कम दो दिन का समय लग सकता है.