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UP Politics: लोकसभा चुनाव आने से पहले अपनी आखिरी सांसें ले रहा इंडिया गठबंधन को लगातार झटके पर झटके मिल देखा जा सकता है. जिसमें कांग्रेस नेता प्रमोद कृष्णम ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने के बाद एक बड़ा बयान दे डाला है. इस बयान के बाद से ही अटकलों का बाजार गर्म हो गया है. सियासी बाजार में माना जा रहा है कि आगामी लोकसभा चुनाव से पहले दलबदल के दौर में कांग्रेस को बड़ा नुकसान उठाना पड़ सकता है. वहीं इसी बीच प्रमोद कृष्णम की नरेंद्र मोदी से मुलाकात को लेकर तमाम तरह के कयास लगाए जा रहे हैं. जिसमें माना जा रहा है कि आने वाले वक्त में कांग्रेस की और चिंता और ज्यादा बढ़ गई है.
19 फ़रवरी को आयोजित “श्री कल्कि धाम”
— Acharya Pramod (@AcharyaPramodk) February 1, 2024
के शिलान्यास समारोह में भारत के यशस्वी प्रधानमन्त्री,आदरणीय श्री @narendramodi जी को आमंत्रित करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ, मेरे इस पवित्र “भाव”
को स्वीकार करने के लिये माननीय प्रधान मन्त्री जी का हार्दिक आभार एवं साधुवाद.@PMOIndia pic.twitter.com/5J495Rmoc4
दरअसल आचार्य प्रमोद कृष्णम पीएम मोदी से मुलाकात में खासे प्रभावित दिख रहे थे. इस मुलाकात के बाद उन्होंने कहा कि ‘पीएम मोदी से मैं पहली बार मिला मुझे यह कहने में कोई झिझक नहीं होगी कि पीएम मोदी पर किसी दैवीय शक्ति का आशीर्वाद है.” इसके अलावा उन्होंने ये भी कहा कि, “ पीएम मोदी से मुलाकात के बाद मुझे महसूस हुआ की वह दैवीय शक्ति का प्रतीक हैं. हालांकि मैं उन भावनाओं को शब्दों में नहीं बता सकता. इसे शब्दों में नहीं वर्णित किया जा सकता है.”
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस पर साधा था निशाना
हालांकि ये पहली बार नहीं जब आचार्य प्रमोद कृष्णम ने बयान दिया है इससे पहले भी राम मंदिर को लेकर भी आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कांग्रेस को सलाह देते हुए कहा था कि कांग्रेस सनातन का विरोध न करें. उन्होंने कहा था कि, मेरी पहचान एक सनातन के सेवक के रूप में की जाती है. मैं भारत के साथ हूं, साथ ही सनातन के साथ हूं. सनातन एक ऐसा धर्म है जो सत्य है और शाश्वत है.
भाजपा में शामिल हो सकते हैं
सियासत के इस घमासाम में प्रमोद कृष्णम और पीएम मोदी की इस मुलाकात के कई मायने निकाले जा रहे हैं. चर्चा इस बात को लेकर भी तेज हो रही है कि हो सकता है आने वाले लोकसभा चुनाव से पहले ही वह भाजपा में शामिल हो जाएं. हालांकि अभी तक इस बात को लेकर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है. आपको बता दें कि बीते दिनों कृष्णम ने प्रधानमंत्री से मुलाकात कर उन्हें एक कार्यक्रम में आने के लिए भी आमंत्रित किया था. जिसके बाद से ही यूपी की राजनीति गलीयारों में अटकलें तेज हो गई हैं. इतना ही नहीं कहा तो ये भी जा रहा की अगर ऐसे वक्त में आचार्य भाजपा में शामिल होते हैं तो ये कांग्रेस के लिए तगड़ा झटका होगा.
TNP न्यूज़ से अमजद खान की रिपोर्ट.