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- Thu, 21st Nov, 2024
यूपी में राज्यसभा के लिए दस सीटों पर चुनाव होने वाले है. बीजेपी ने सात सीटों पर अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. वहीं समाजवादी पार्टी ने भी तीन सीटों पर अपने उम्मीदवार उताने का फैसला लिया है. अगर आखिरी मौके पर बीजेपी ने एक और उम्मीदवार दे दिया. तो फिर चुनाव होना तय है. यहां पर पेंच फंस सकता है. वहीं जयंत चौधरी ने बीजेपी के साथ जाने का फैसला लिया है. जिससे समाजवादी पार्टी का हिसाब किताब गड़बड़ हो गया है.
दरअसल अभी आरएलडी के पास नौ विधायक हैं. अब इनका वोट बीजेपी के खाते में जाएगा. जिसके चलते अखिलेश यादव के सामने सबसे बड़ी चुनौती अपने तीसरे उम्मीदवार को जिताने के लिए हो सकती है. बता दें कि समाजवादी पार्टी को सबसे बड़ी चिंता अपना घर बचाने का भी होने वाला है. इसपर अब पार्टी के रणनीतिकार विधायकों के वोटों के गुना गणित में लग गए हैं.
SP को 3 सीटों के लिए 111 वोटों की जरूरत
बता दें कि राज्यसभा चुनाव में विधायक अपना वोट देते है. इनके वोटों से ही हार और जीत तय की जाती है. दरअसल राज्यसभा की 1 सीट के लिए 35 विधायकों के वोट की जरूरत पड़ती है. वहीं इसमें समाजवादी के तीन प्रत्याशी चुनावी मैदान में है. जिसमें जया बच्चन, लाल सुमन और आलोक रंजन का नाम शामिल है. एक सीट के लिए 37 वोट की जरूरत होती है. इस मतलब की तीन सीटों के लिए सपा को 111 वोटों की जरूरत होगी. फिलहाल सपा के पास 108 विधायक हैं. इनमें से दो एमएलए जेल में हैं. अब इनका तो वोटिंग में शामिल होना मुश्किल माना जा रहा है. इस हिसाब से अब सपा के पास 106 विधायक ही बचे. वहीं सूत्रों की मानें तो पार्टी के एक या दो विधायक क्रॉस वोटिंग भी कर सकते है.
वहीं राज्यसभा के चुनाव में विधायकों को अपना वोट पार्टी के पोलिंग एजेंट को दिखा कर देना होता है. लेकिन क्रॉस वोटिंग करने पर भी पार्टी उनपर कार्रवाई नहीं कर सकती है. बता दें कि यूपी में कांग्रेस के दो विधायक है. वहीं प्रदेश में गठबंधन की सरकार है. जिसके चलते कांग्रेस का वोट सपा को ही जाएगा. इस हिसाब से देखे तो पार्टी के पास 104 या 105 विधायकों के वोट ही है. ऐसे में अब चार वोट के लिए पेंच फंसने वाला है.
TNP न्यूज़ से DIMPLE YADAV की रिपोर्ट.