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- Thu, 21st Nov, 2024
कांग्रेस ने सीमावर्ती गांवों को भी नजरअंदाज किया, उन्हें देश का आखिरी गांव कहकर तोड़ दिया, लेकिन मेरे लिए यह पहला गांव है. हमने उन्हें आखिरी गांव नहीं, बल्कि पहला गांव माना और उन गांवों में वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम शुरू किया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज अरुणाचल का दौरा किया. इस मौके पर उन्होंने दुनिया की सबसे लंबी सुरंग 'सेला टनल' समेत कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन कियावह उस समय बात कर रहे थे. 'विकासित भारत, विकसित पूर्वोत्तर' कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने क्षेत्र में चल रहे विकास कार्यों को जनता के सामने रखा, इस दौरान उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर के विकास को लेकर हमारा दृष्टिकोण सकारात्मक है.
प्रधानमंत्री ने समझाया 'मोदी की गारंटी' का मतलब...
कार्यक्रम में बातचीत करते हुए प्रधानमंत्री ने 'मोदी की गारंटी' का मतलब भी समझाया, उन्होंने कहा कि 'मोदी की गारंटी' क्या है, ये आपको अरुणाचल में दिखेगा. 2019 में, मैंने सेला टनल की नींव का काम शुरू किया. यह आज से शुरू हो रहा है, क्या यह पक्की गारंटी नहीं है?
उत्तर-पूर्व क्षेत्र का चौगुनी गति से विकास
आज यहां 55 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा की परियोजनाओं का शिलान्यास किया गया है. उन्होंने कहा कि भारत के उत्तर पूर्व में चार गुना गति से विकास कार्य चल रहे हैं. पूरे देश में भारत का राष्ट्रीय पर्व एक विकसित राज्य से विकसित राज्य की ओर तेजी से आगे बढ़ रहा है. आज मुझे विकसित नॉर्थ ईस्ट के इस उत्सव में नॉर्थ ईस्ट के सभी राज्यों के साथ मिलकर भाग लेने का अवसर मिला है.
सेला सुरंग की विशेषता क्या है?
सेला टनल की खासियत बता दें, सेला टनल चीन सीमा के काफी करीब है. सुरक्षा की दृष्टि से यह भारत के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. यह सुरंग चीन की सीमा से लगे तवांग को हर मौसम में कनेक्टिविटी प्रदान करेगी. इतनी ऊंचाई पर बनी यह दुनिया की सबसे लंबी दो लेन वाली सुरंग है. प्रधानमंत्री मोदी ने शनिवार को इसे राष्ट्र को समर्पित किया. इसके अलावा उन्होंने 20 विकास परियोजनाओं का भूमिपूजन भी किया.