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- Thu, 21st Nov, 2024
देश में राज्यसभा के चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया जारी है, इसको लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कस ली है और अपने चयनित उम्मीदवारों को सदन में भेजने की कवायद शुरु कर दी है, ये नमांकन प्रक्रिया 15 फरवरी तक होगाी. इस बार उत्तर प्रदेश में राज्यसभा सीट के लिए 10 सीटें खाली हो रही है. वहीं राज्य में मौजूदा स्थिति को देखें तो इस बार बीजेपी के खाते में 7 सीटें आ रही हैं. वहीं गठबंधन के खाते में 3 सीट जाने की बात कही जा रही है. लेकिन अब इस को लेकर भी बड़ा खेल हो सकता है और इसकी वजह आरएलडी बन सकती है.
सूत्रों की मानें तो आरएलडी विपक्षी गठबंधन इंडिया और समाजवादी पार्टी का साथ छोड बीजेपी के साथ शामिल हो सकती है. माना जा रहा है कि इसको लेकर बीजेपी और RLD के बीच सभी मुद्दों पर चर्चा भी हो चुकी है, बस मोहर लगना बाकी है. अगर ऐसा होता है तो सपा के मुश्किल खड़ी हो सकती है. आरएलडी के गठबंधन का साथ छोड़ने की वजह से अखिलेश यादव की पार्टी को तीसरी सीट भी मिलना मुश्किल हो जाएगी. तो आइए हम आपको सीटों की संख्या और आंकड़ों के बारे में विस्तार से बताते हैं.
हम बात करें सपा की सीटों की तो, इसमें आरएलडी की सीट हटा देने पर कांग्रेस और समाजवादी के पास कुल 110 सीटें हैं. इस तरह एक राज्यसभा सदस्य बनने के लिए 39 विधायकों के वोट की जरूरत पड़ती है. इससे ये साफ होता है कि आरएलडी के बाहर होते ही सपा को तीसरी सीट प्राप्त करने के लिए 7 विधायक कम हो जाएंगे.
दूसरी ओर हम देखें तो यदि आरएलडी बीजेपी के साथ जाती है और उसे राज्यसभा सीट मिलती हैं वो आठवीं सीट हुई तो वोटिंग होना तय माना जा रहा है. नजर आंकड़ो पर डालते हैं तो आरएलडी को एनडीए का हिस्सा बनने की सूरत में इनके पास कुल 288 विधायक हो जाएंगे. जिससे सात उम्मीदवारों की राह तो आसान हो जाएंगी. लेकिन आठवें पर खेल हो सकता है. ऐसे में एनडीए के पास केवल 15 विधयक ही बच रहे हैं. आठवें सीट के लिए इन्हें 24 विधायकों की जरूरत होगी. ऐसे में आरएलडी गठबंधन को छोड एनडीए से साथ जाती है तो सपा के लिए ये घाटें का तो सौदा होगा ही लेकिन बेजापी को भी इससे कुछ खास फायदा होता नजर नहीं आ रहा है.
TNP न्यूज़ से DIMPLE YADAV की रिपोर्ट.