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- Thu, 21st Nov, 2024
Rajasthan Election: New Delhi: Siya Ram: राजस्थान में विधानसभा की 200 सीटों के लिए 25 नवंबर को मतदान होंगे वही वोटो की गिनती 3 दिसंबर को होगी. यहां बहुमत के लिए 101 सीटों की जरूरत होती है. लेकिन इस चुनाव से पहले राजस्थान में एक नेताजी को लेकर उनके कार्यकर्ता रोते हुए नजर आ रहे हैं क्योंकि नेताजी ने इस बार चुनाव लड़ने से मना कर दिया. हम बात कर रहे हैं गुड़ामालानी विधानसभा सीट से मौजूदा विधायक हेमाराम चौधरी की जिन्होने इस बार चुनाव लड़ने से मना कर दिया, पर उनके समर्थक उन्हें चुनाव लड़ाने के लिए मनाने में जी जान से जुटे हैं. हेमाराम चौधरी गहलोत सरकार में कैबिनेट मंत्री भी हैं. इन्हें मनाने के लिए उनके समर्थकों ने पिछले दिनों एक बैठक बुलाई. इस बैठक मे हजारों समर्थक जुटे. सबने विधायक हेमाराम चौधरी से चुनाव लड़ने की अपील की. कुछ समर्थक तो रो-रोकर उन्हें मनाने लगे.वही कुछ समर्थक उनके पैर में गिरकर रोते हुए उनसे चुनाव लड़ने की विनती करते रहे. एक समर्थक ने तो अपनी पगड़ी उतार कर उनके पैरों पर रख दिए लेकिन हेमाराम नहीं माने और अपनी बात पर डटे रहे.
चुनाव न लड़ने का बताया यह कारण
हेमाराम ने अपने समर्थकों को बताया कि वह इस बार चुनाव इसलिए नहीं लड़ रहे हैं क्योंकि उन्होंने 2018 के चुनाव में जनता से जो वादे किए थे उन्हें पूरा नहीं कर पाए. उन्होंने कहा अपने क्षेत्र के लोगों से मैंने कई प्रोजेक्ट पर काम शुरू करने का वादा किया था लेकिन वह नहीं हो सका. जिस लोगों ने मुझे यहां तक पहुंचाया था, उनके लिए मैं कुछ नहीं कर पाया. अब फिर उनके पास जाकर वोट मांगना सही नहीं है.
कौन है हेमाराम चौधरी?
हेमाराम चौधरी कांग्रेस की तरफ से गुड़ामालानी सीट से विधायक हैं अब तक वह 8 बार चुनाव लड़ चुके हैं जिसमें उन्हें 6 बार सफलता हाथ लगी हैं. अशोक गहलोत सरकार में वह इस समय कैबिनेट मिनिस्टर हैं. इन्हें सचिन पायलट गुट का नेता माना जाता हैं. जब सचिन पायलट ने अपने समर्थक विधायकों के साथ बगावत की थी तब यह भी उनके साथ थे.