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- Thu, 21st Nov, 2024
Rajasthan CM: राजस्थान की जनता को अपना नया सीएम मिल चूका है. पीएम मोदी की मौजूदगी में राज्यपाल कलराज मिश्र ने उन्हें गोपनीयता की शपथ दिलाई है. वहीं बीजेपी ने काफी माथापच्ची और सोच-विचार के बाद ब्राह्मण चेहरे को प्रदेश का मुख्यमंत्री घोषित कर दिया. हालांकि जब भजनलाल सीएम बने तो सभी अटकलें खारिज हो गई. करीब 33 सालों के बाद राजस्थान की जनता को एक ब्राह्मण मुख्यमंत्री मिला है. वहीं बीजेपी ने भजनलाल शर्मा को सांगानेर की सीट से मैदान में उतारा था. अब देखने वाली बात ये भी है कि पार्टी ने अपने मौजूदा नेता का नाम काटकर उन्हें मौका दिया है. बड़ी बात ये भी है कि वह पहली बार विधायकी का चुनाव जीतकर मुख्यमंत्री बने हैं
आखिर क्यों चुनें गए भजनलाल?
दरअसल भजनलाल की पार्टी संगठन में मजबूत पकड़ है, भलें ही उन्होंने पहली बार विधायक का चुनाव लड़ा हो लेकिन राजनीति में वह अच्छी सांठगांठ रखते हैं. साथ ही वह राजस्थान के प्रदेश महासचिव के पद पर भी तैनात हैं. लगातार चार बार उन्होंने इस पद की शानदार जिम्मेदारी निभाई है. इनका रिशता संघ के नेताओं के साथ भी बहुत करीबी माना जाता है. जिसके चलते उन्हें पार्टी और राष्ट्रीय स्वंय सेवक संघ की तरफ से फायदा भी मिलता रहा है. वह RSS की शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े रहे हैं.
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BJP ने किया जाति की राजनीति इस्तेमाल
इस बार बीजेपी ने भजनलाल शर्मा को सीएम बनाकर ब्राह्मणों समाज को ध्यान में रखा है. तो वहीं नए सीएम भजनलाल शर्मा भी ब्राह्मण समाज से ही ताल्लुक रखते हैं. ऐसे में जाति की रणनीति को अपनाते हुए बीजेपी ने नए चेहरे को मौका देकर सभी को हैरान कर दिया.
आपको बता दें कि राजस्थान में 7 फीसदी आबादी स्वर्ण समाज की है. यहां बीजेपी ने ब्राह्मण समाज से सीएम, दलित और क्षत्रिय समुदाय से दो डिप्टी सीएम को घोषित किया है. इस तरह BJP ने जाति की राजनीति का इस्तेमाल किया है.
नए सीएम की संपत्ति ?
अगर सीएम भजनलाल की संपत्ति की बात करें तो उनके तास वक्त में एक करोड़ 50 लाख रुपये की प्रॉपर्टी है. हालांकि इस पूरी संपत्ति में उनके पास 43 लाख 60 हजार चल संपत्ति है और करीब 1 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति मौजूद है.
TNP न्यूज़ से अमजद खान की रिपोर्ट.