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- Thu, 21st Nov, 2024
राज्यसभा में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस हुई. राज्यसभा में इस चर्चा के लिए 14 घंटे का समय तय किया गया है. इस चर्चा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया . इस समय उन्होंने कांग्रेस की कड़ी आलोचना की. आगामी लोकसभा चुनाव में कांग्रेस 40 सीटें भी पार नहीं कर पाएगी. कांग्रेस पार्टी सोच से परे पुरानी हो चुकी है. कांग्रेस पार्टी का विचार पुराना हो गया है. उन्होंने अपना काम भी आउटसोर्स कर दिया है. इतनी बड़ी पार्टी, इतने सालों तक राज करने वाली पार्टी, इतने कम समय में इतनी गिरावट. हमें आपसे सहानुभूति है. लेकिन डॉक्टर क्या करेगा, मरीज़ खुद आगे क्या कहेगा?”, नरेंद्र मोदी की आलोचना की.
“एक कांग्रेस जिसने सत्ता की लालसा में लोकतंत्र का गला घोंट दिया, जिसने लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई सरकारों को बर्खास्त कर दिया, जिसने देश के संविधान और लोकतंत्र की सीमाओं को जेल में डाल दिया, जिसने प्रेस पर प्रतिबंध लगाने की कोशिश की. अब उत्तर और दक्षिण को बांटने वाले बयान दिये जा रहे हैं. यह कांग्रेस हमें लोकतंत्र पर व्याख्यान दे रही है. आप भाषा के नाम पर देश को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. जिन्होंने पूर्वोत्तर भारत को हिंसा में धकेला है, जिन्होंने नक्सलवाद के लिए चुनौती खड़ी की है. देश की जमीन दुश्मनों के नाम कर दी गई. देश का सारा आधुनिकीकरण रोक दिया गया। आज हम राष्ट्रीय सुरक्षा पर भाषण दे रहे हैं, जिसे आजादी के बाद से हमेशा भ्रमित किया गया है”
'वह कांग्रेस जिसके नेताओं पर कोई गारंटी नहीं'
“कांग्रेस ने 10 साल में देश को 11वें नंबर पर पहुंचा दिया है. हम 10 साल में देश को 5वें नंबर पर ले आए. यह कांग्रेस हमें आर्थिक नीति पर भाषण दे रही है. जिन्होंने सामान्य वर्ग के गरीबों को कभी आरक्षण नहीं दिया. कौन डॉ. देश की सड़कों का नाम अपने परिवार के नाम पर रखने वाले बाबा साहब अंबेडकर को भारत रत्न से सम्मानित नहीं किया गया, वह हमें सामाजिक न्याय पर भाषण दे रहे हैं. नरेंद्र मोदी की आलोचना करते हुए कहा, "जिस कांग्रेस को अपने नेताओं पर कोई गारंटी नहीं है, अपनी रणनीति पर कोई गारंटी नहीं है, वह मोदी की गारंटी पर सवाल उठा रही है."
'कांग्रेस ने फैलाई गलतफहमी'
“कांग्रेस ने भ्रांतियां फैलाईं, नतीजा क्या हुआ?” भारत की संस्कृति और सभ्यता में विश्वास करने वालों को हेय दृष्टि से देखा जाता था. तो हमारे अतीत के साथ अन्याय हुआ. वे हमारी अपनी संस्कृति का दुरुपयोग करते हैं. एक नैरेटिव बनाया गया कि अगर आप अपनी संस्कृति का अपमान करते हैं, तो आप प्रगतिशील हैं. दुनिया जानती है कि उनका नेतृत्व कहां था. दूसरे देशों से आयात करना और भारतीय वस्तुओं को दोयम दर्जा देना. नरेंद्र मोदी ने कहा, आज भी ये लोग लोकल के लिए वोकल बोलने में झिझकते हैं.
TNP न्यूज़ से DIMPLE YADAV की रिपोर्ट.