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- Thu, 21st Nov, 2024
आज हफ्ते के पहले दिन शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई है. आरबीआई की पाबंदियों के बाद पेटीएम की चिंता बढ़ गई है. पेटीएम के शेयरों में आज 10 फीसदी की गिरावट आई है. बीएसई नेपेटीएम स्टॉक्स की निचली सर्किट सीमा को 20 प्रतिशत से घटाकर 10 प्रतिशत कर दिया है. बीएसई ने निवेशकों को भारी नुकसान से बचाने के लिए सीमा में बदलाव किया था. हालांकि, आज भी पेटीएम के शेयरों में 10 फीसदी की गिरावट आई है। साथ ही लोअर सर्किट भी लगा दिया गया है. पिछले तीन सत्रों में पेटीएम के शेयरों में 42 फीसदी की गिरावट आई थी.
पेटीएम के शेयरों में गिरावट जारी है
पिछले दो सत्रों में पेटीएम का मार्केट कैप 17 हजार करोड़ रुपये घट गया है. पेटीएम की मूल कंपनी वन97 कम्युनिकेशन ने मीडिया के सामने ईडी जांच से जुड़ी खबरों का खुलासा किया है. वन97 कम्युनिकेशन ने ईडी जांच की रिपोर्ट का खंडन किया है. वन97 कम्युनिकेशन ने जानकारी दी है कि प्रवर्तन निदेशालय मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में कंपनी या उसके संस्थापक और सीईओ की जांच नहीं कर रहा है. कंपनी ने कहा, हमारे प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करने वाले कुछ व्यापारियों को जांच का सामना करना पड़ रहा है. कंपनी ने स्पष्ट कर दिया है कि हम भारतीय कानूनों का पालन कर रहे हैं और नियामक आदेशों को गंभीरता से ले रहे हैं.
पेटीएम पर प्रतिबंध से कारोबारी समुदाय चिंतित
आरबीआई द्वारा पेटीएम पर लगाए गए प्रतिबंधों के बाद कारोबारी समुदाय में चिंता का माहौल है. CAIT ने Paytm का इस्तेमाल न करने का फैसला किया है. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स ने व्यापारियों को पेटीएम की जगह दूसरे ऐप का इस्तेमाल करने की सलाह दी है. कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स के महासचिव प्रवीण खंडेलवाल ने प्रतिक्रिया दी है कि हम आरबीआई द्वारा देश के मानदंडों का उल्लंघन करने वाली कंपनियों से निपटे बिना किसी अन्य ऐप पर विचार करने की कार्रवाई का स्वागत करते हैं.
शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई
आज हफ्ते के पहले दिन शेयर बाजार की शुरुआत गिरावट के साथ हुई है. पहले सत्र में सेंसेक्स के साथ निफ्टी भी गिरावट के साथ खुला। आज बाजार शुरू होते ही सेंसेक्स 100 अंक और निफ्टी इंडेक्स 8 अंक गिर गया. एशियाई बाजारों की धीमी शुरुआत का असर भारतीय शेयर बाजारों पर पड़ रहा है. आरबीआई की क्रेडिट पॉलिसी कमेटी की बैठक मंगलवार से होगी . हालांकि रेपो रेट में कोई कटौती नहीं होगी, लेकिन महंगाई दर और विकास दर को लेकर टिप्पणी की संभावना है. इसके साथ ही रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं है, लेकिन रुख तटस्थ रहने की उम्मीद है.