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- Thu, 21st Nov, 2024
Maratha Reservation: मराठा आरक्षण को लेकर दिन-ब-दिन हलचल देखी जा सकती है. मराठा आरक्षण का चेहरा बने मनोज जरांगे ने कहा कि वह 10 फरवरी से भूख हड़ताल की एक नई शुरूआत करेंगे. इस मामले में एक ताजा मामला सामने आया है जिसमें जरांगे ने महाराष्ट्र सरकार के मंत्री छगन भुजबल को चेतावनी दी है. जिसमें कहा गया कि अगर मनोज जरांगे मराठा समुदाय के लिए मांगे जा रहे आरक्षण का विरोध करते हैं तो वे मंडल आयोग को चुनौती देंगे.
नासिक में मीडिया से बात करते हुए मनोज ने कहा कि अगर कुनबी समुदाय का साबित करने के बावजूद भी अगर उन्हें सर्टिफिकेट मिलता है तो वे 10 फरवरी से अनशन शुरू कर देंगे. वहीं उन्होंने भुजबल पर हमला बोलते हुए कहा कि जैसे आपके बेटे-बेटियां हैं ऐसे ही हमारे भी हैं. हमारी मंडल कमीशन को चुनौती देने का कोई इरादा नहीं है. हम चाहते है जियो और हमें भी जीने दो. हमारे आरक्षण को लेकर अगर किसी भी तरह की बाधा उत्पन्न की गई तो हम भी चुप नहीं बैठेंगे.
10 फरवरी के बाद अनशन शुरू कर देंगे - जरांगे
बता दें बीते कुछ दिनों पहले ही भुजबल ने ओबीसी की रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि ओबीसी के साथ अगर अन्याय किया गया तो वे इस्तीफा दे देंगे. वहीं अब जरांगे ने भी फैसला कर लिया है कि वे भी 10 फरवरी के बाद किसी की बात नहीं सुनेंगे. जरांगे ने साफ कर दिया है कि अगर अध्यादेश लागू नहीं हुआ तो वह 10 फरवरी के बाद अनशन शुरू कर देंगे.
मराठा आरक्षण पर महाराष्ट्र सरकार ने की अधिसूचना जारी
हालांकि मराठा आरक्षण को लेकर महाराष्ट्र की सरकार एक अधिसूचना जारी कर चुकी है. इस अधिसूचना को आधार बनाते हुए छगन ने लोगों से अपील की कि अधिक से अधिक आपत्तियां भेजें. जिससे सरकार को पता चल सके की इसका एक दूसरा पक्ष भी है. वहीं अब 16 फरवरी तक इसको लेकर आपत्तियां मांगी गई हैं.
TNP न्यूज़ से अमजद खान की रिपोर्ट.