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- Thu, 21st Nov, 2024
LokSabha Elections: आगामी लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर विपक्षी दलों के गठबंधन में मायावती की पार्टी बसपा के उम्मीद भी देखी जा रही है. लेकिन इसको लेकर बसपा की अलग ही शर्ते रखी हैं. जिस पर बसपा के सांसद मलूक नागर का कहना है कि अगर गठबंधन इंडिया मयावती को पीएम फेस की उम्मीदवारी में पेश करता है तो बीजेपी को अगली सरकार बनाने से रोका जा सकता है. इस बात को लेकर बसपा सांसद ने इसके पीछे की वजह भी बताई है. उन्होंने कहा कि मायावती इस देश की सबसे बड़ी दलित नेताओं में से एक हैं और उन्हें सभी राज्यों में भरपूर समर्थन मिलता आया है.
बसपा सांसद ने बताया पूरा विवरण
बसपा सांसद ने मायावती की पीएम उम्मीदवारी पेश करने के पीछे की पूरी वजह बताते हुए कहा कि साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 41.3 प्रतिशत वोट मिले थे, और वहीं गठबंधन में शामिल पार्टियों को करीब 40 फीसदी वोट हासिल हुए और अगर इसमें बसपा भी शामिल हो जाए तो ये आकडा 50 प्रतिशत के पार हो जाएगा. इससे बीजेपी सत्ता से गायब हो जाएगी.
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कांग्रेस को मांगनी चाहिए मांफी – बसपा सांसद मलूक नागर
इतना सब कुछ बताते हुए बसपा सांसद ने कांग्रेस पर भी हमला बोला है जिसमें उन्होंने कहा कि साल 2018 में कांग्रेस ने हमारे मध्यप्रदेश और राजस्थान से विधायकों को हटा दिया था. इस पर कांग्रेस को मांफी मांगनी चाहिए. दोनों राज्यों में कांग्रेस द्वारा हटाए गए विधायकों पर मायावती मांफ कर देगी. जिसके बाद ही मायावती गठंबधन इंडिया में अपनी सकारात्मक योजना रखेगी.
क्या बसपा की शर्त को किया जाएगा क़ुबूल?
बता दें कि हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय का बयान सामने आया था. जिसमें उन्होंने कहा था कि देश में दलितों की मौजूदा स्थिति को देखते हुए मायावती को इंडिया गठबंधन में शामिल हो जाना चाहिए. जिसके बाद अब बसपा सांसद मलूक नागर ने इस बयान पर सहमत होते हुए अपना बयान दिया है. लेकिन उन्होंने बसपा की ऐसी शर्त सामने रख दी है. जिसे शायद ही क़ुबूल की जाए.
TNP न्यूज़ से अमजद खान की रिपोर्ट.