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- Thu, 21st Nov, 2024
हर तरफ लोकसभा चुनाव की चर्चा शुरू हो गई है. हर पार्टी की ओर से उम्मीदवारों की घोषणा की जा रही है. एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने एक रिपोर्ट जारी की है. एडीआर की इस रिपोर्ट के मुताबिक, 514 लोकसभा सांसदों में से 225 यानी 44 फीसदी सांसदों पर आपराधिक मामले हैं. ऐसी जानकारी उम्मीदवारों ने चुनावी हलफनामे में दी है. एडीआर की रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि 5 फीसदी सांसद अरबपति हैं, जिनकी संपत्ति 100 करोड़ रुपये से ज्यादा है.
29 फीसदी सांसदों के खिलाफ गंभीर अपराध
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, 29 प्रतिशत सांसदों पर आपराधिक आरोप हैं, जिनमें हत्या, हत्या का प्रयास, सांप्रदायिक तनाव भड़काना, अपहरण और महिलाओं के खिलाफ अपराध जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं. इस रिपोर्ट के मुताबिक निवर्तमान सांसदों के खिलाफ गंभीर अपराध दर्ज किए गए हैं. उनमें से नौ पर हत्या का आरोप लगाया गया है. इनमें 5 सांसद भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के हैं. इसके अलावा 28 सांसदों ने अपने चुनावी हलफनामे में बताया है कि उनके खिलाफ हत्या के प्रयास के मामले हैं. इनमें से 21 सांसद बीजेपी के हैं. वही एडीआर रिपोर्ट में कहा गया है कि 16 पूर्व सांसदों पर महिलाओं के खिलाफ अपराध से संबंधित आरोप हैं, जिनमें से तीन में बलात्कार के आरोप शामिल हैं.
बीजेपी-कांग्रेस के ज्यादातर सांसद करोड़ों की संख्या में
एडीआर रिपोर्ट सांसदों की वित्तीय स्थिति का भी विश्लेषण करती है. प्रमुख राजनीतिक दलों में भाजपा और कांग्रेस के पास सबसे ज्यादा अरबपति सांसद हैं. ऐसे सांसदों की संख्या अन्य पार्टियों में भी अच्छी खासी है. रिपोर्ट के मुताबिक राज्यवार आपराधिक मामलों की बात करें तो उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र, बिहार, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश के 50 फीसदी से ज्यादा सांसदों पर आपराधिक आरोप हैं. एडीआर के विश्लेषण में पाया गया कि कुछ सांसदों के पास अरबों रुपये की संपत्ति है, जबकि अन्य के पास बहुत कम है.
केवल 15 प्रतिशत सांसद महिलाएं
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक, नकुल नाथ (कांग्रेस), डीके सुरेश (कांग्रेस) और के. रघुराम कृष्ण राजू (निर्दलीय) जिनके पास करोड़ों रुपये की संपत्ति है। रिपोर्ट में सांसदों की शैक्षिक पृष्ठभूमि और उम्र पर प्रकाश डाला गया है. रिपोर्ट के मुताबिक, 73 प्रतिशत सांसद स्नातक हैं या उच्च शैक्षणिक योग्यता रखते हैं, जबकि कुल सांसदों में से केवल 15 प्रतिशत महिलाएं हैं.