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- Thu, 21st Nov, 2024
ओडिशा के पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर के एक हिस्से में फिर से दरार की खबर सामने आई है. हैरानी वाली बात तो ये है कि ये दरार कमल के आकार की संरचना के भीतर उभरी है. वहीं इस खबर के आने के बाद ऐतिहासिक स्थल का संरक्षण करने वाले विशेषज्ञों, मंदिर प्रबंधन समिति और श्रद्धालुओं की बीच चिंता व्याप्त हो गई हैं.
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो मंदिर परिसर में मूर्तिकला से पत्थर के टुकड़े भी गिरे. इसके साथ ही मंदिर की वास्तुकला और संरचना को लेकर भी लोगों में चिंता बढ़ गई है. बता दें कि गुमुटा की कमल की पंखुड़ी में पहले एक छोटी सी दरार देखने को मिली थी. वहीं इस मामले के आने से लोग तरह-तरह की बातें भी कर रहें है. वहीं हम ओडिशा की मान्यताओं के हिसाब से देखें तो ये दरार फिर कोई अपशगुन एक तरह से सूबे में प्राकृतिक आपदा की चेतावनी होती है.
इस दरार के आने के बाद अब मंदिर फौरी सर्वे कर बचाव के उपाय किए जा रहे है. इसे गंभीरता से लेते हुए भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के नेतृत्व में संरक्षण प्रयासों में शामिल सहायक ज्योतिप्रकाश प्रधान ने दरार वाले हिस्से का सर्वे किया. साथ ही इस पर रिपोर्ट भी तैयार की है. जिसमें मंदिर की संरचना के संरक्षण के लिए सिफारिश की गई और तत्काल मरम्मत की बात कही गई है. बता दें कि मंदिर परिसर में दरार वाले हिस्से को पहले मिट्टी से ढंका गया था. मंदिर के किनारों के कुछ हिस्सों पर अतिक्रमण (बाहर के हिस्सों में अवैध कब्जा) भी किया गया था और उसे ठीक करने के प्रयास चल रहे हैं. परिक्रमा के लिए मिट्टी को हटाना जरूरी हो गया था जिससे दरार का पता चला है."
TNP न्यूज़ से DIMPLE YADAV की रिपोर्ट.