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दिल्ली में कथित शराब घोटाले में ईडी ने आखिरकार गुरुवार रात मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया. इससे पहले भी उन्हें कई बार समन भेजा गया था. इससे पहले गुरुवार को उनसे दो घंटे तक पूछताछ की गई थी. फिर उसे गिरफ्तार कर लिया गया. इससे पहले ईडी उनके सहयोगी और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसौदिया को गिरफ्तार कर चुकी है. उसके बाद यह सबसे बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है. इस कार्रवाई के बाद आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने कई जगहों पर जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. गिरफ्तारी के खिलाफ केजरीवाल ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर आज 22 मार्च को सुनवाई करेगा.
मुलगांव हरियाणा का एक गांव
अरविंद केजरीवाल का जन्म 16 अगस्त 1968 को हरियाणा के सिवानी जिले के खेड़ा गांव में हुआ था. उनके माता-पिता गोविंद राम और गीता देवी हैं. उनके पिता एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे. उनकी प्राथमिक शिक्षा हिसार के कैंपस स्कूल और बाद में सोनीपत के होली चाइल्ड स्कूल में हुई. उन्होंने 1985 में आईआईटी-जेईई परीक्षा उत्तीर्ण की. उन्होंने आईआईटी खड़गपुर से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया. 1989 में, केजरीवाल जमशेदपुर में टाटा स्टील में शामिल हो गए. 1992 में, उन्होंने प्रशासनिक सेवा परीक्षा के लिए टाटा स्टील में सफलता प्राप्त की.
1995 में यूपीएससी परीक्षा देकर आईआरएस अधिकारी बने
1995 में अरविंद केजरीवाल ने केंद्रीय लोक सेवा आयोग की परीक्षा पास की। उनका चयन भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के लिए हुआ था. उन्होंने आयकर विभाग में सहायक आयुक्त के रूप में काम किया. फिर उन्होंने उच्च अध्ययन के लिए ब्रेक लेने का फैसला किया. 2002 में नौकरी ज्वाइन की. कुछ दिनों बाद उन्होंने 18 महीने की अवैतनिक छुट्टी के लिए आवेदन किया. यह छुट्टी मंजूर कर ली गई. 2006 में, अरविंद केजरीवाल ने नई दिल्ली में संयुक्त आयकर आयुक्त के पद से इस्तीफा दे दिया. 2011 में केजरीवाल ने रोजगार के नियमों के मुताबिक अपने बकाया 9 लाख 27 हजार 787 रुपये जमा करा दिए.
भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन में सक्रिय
2011 में अरविंद केजरीवाल सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के संपर्क में आए. उन्होंने लोकपाल अधिनियम के लिए इंडिया अगेंस्ट करप्शन ग्रुप (IAC) की स्थापना की. 16 अगस्त से वह दिल्ली के रामलीला मैदान में अन्ना हजारे के साथ अनशन पर बैठ गये. यह आंदोलन 28 अगस्त तक जारी रहा. उस समय किरण बेदी, कुमार विश्वास, संजय सिंह और मनीष सिसौदिया ने इस आंदोलन में अहम भूमिका निभाई थी. अन्ना हजारे के बाद अरविंद केजरीवाल इस आंदोलन का मुख्य चेहरा बने.
2013 में सरकार, पहली बार मुख्यमंत्री
अरविंद केजरीवाल ने 2 अक्टूबर 2012 को राजनीतिक पार्टी का गठन किया. 24 नवंबर 2012 को इसका नाम बदलकर आम आदमी पार्टी कर दिया गया. इस पर उन्हें अन्ना हजारे की नाराजगी झेलनी पड़ी. 2013 में दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी को अभूतपूर्व जीत हासिल हुई. इस नई पार्टी ने सबसे ज्यादा काम किया. उन्होंने तत्कालीन कांग्रेस मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को हराया था. चूँकि कांग्रेस ने उन्हें बाहर से समर्थन दिया, इसलिए केजरीवाल मुख्यमंत्री बन गये. 2015 के चुनाव में केजरीवाल की आम आदमी पार्टी को सबसे ज्यादा 67 सीटें मिली थीं.
तीसरी बार फिर मुख्यमंत्री
2020 में बीजेपी ने उन्हें हराने के लिए कड़ा संघर्ष किया. लेकिन विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी ने 70 में से 62 सीटें जीत लीं. 16 फरवरी 2020 को उसी रामलीला मैदान में जहां उन्होंने कभी अनशन किया था. इसी मैदान पर उन्होंने तीसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. अरविंद की शादी सुनीता केजरीवाल से हुई है. दोनों के दो बच्चे हैं. उनकी बेटी का नाम हर्षिता है. तो लड़के का नाम पुलकित है. वह अपनी पत्नी और बच्चों के साथ दिल्ली में मुख्यमंत्री के बंगले में रहते हैं.