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- Thu, 21st Nov, 2024
Karnataka Hijab Ban: कर्नाटक में हिजाब का मामला लगातार तूल पकड़ता जा रहा है. जिसको लेकर कर्नाटक के सीएम सिद्धरमैया ने एक दिन पहले कहा था कि शिक्षण संस्थानों में हिजाब पहनने को लेकर कोई रोक नहीं है. शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर लगी रोक को हटा दिया जाएगा. इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा कि अपनी पंसद के कपड़े पहनना और अपनी इच्छा के मुताबिक भोजन का चयन करना ये हर किसी का एक निजी मामला है. बस उनका इतना ही कहना था के बीजेपी उन पर भाजपा हमलावर हो गई. तो इसको लेकर सीएम की तरफ से अब सफाई पेश की जा रही है.
जानें अपनी सफाई में सीएम सिद्धरमैया ने क्या कहा
हिजाब मामले को लेकर सीएम सिद्धरमैया ने आज (शनिवार) अपने बयान पर सफाई पेश की है. जिसमं उन्होंने कहा है कि सरकार फिलहाल राज्य के शिक्षण संस्थानों में हिजाब पहनने पर लगी पाबंदी को हटाने पर विचार कर रही है. सरकार के विचार-विमर्श के बाद ही इसको लेकर कोई फैसला जारी किया जाएगा.
सीएम सिद्धरमैया ने कहा कि ‘‘हिजाब रोक को लेकर हम कोई फैसले पर नहीं पहुंचे हैं वो तो मुझसे किसी ने हिजाब पर लगी पाबंदी हटाने को लेकर चर्चा की थी. तो मैंने कह दिया कि अभी सरकार इसे हटाने पर विचार करेगी.’’
हिजाब को लेकर सियासत की राजनीति
बता दें कि हिजाब का मुद्दा कर्नाटक में दिन ब दिन गर्मा रहा है. वहीं हिजाब पहनने को लेकर अक्सर देखा गया है कि बीजेपी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग चलती ही रहती है. इस बीच सीएम सिद्धरमैया के एक दिन पहले दिए गए बयान पर भाजपा हमलावर हो गई. भाजपा ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा है कि यह फैसला शिक्षण संस्थानों की ‘धर्मनिरपेक्ष’ प्रकृति’ के प्रति चिंता पैदा करने वाला है.
दरअसल कर्नाटक में बीजेपी के अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने कहा कि कांग्रेस तुष्टीकरण की राजनीति करती है. उन्होंने कहा कि ‘‘आज आजादी मिले सालो हो गए है, लेकिन सालों बाद भी अल्पसंख्यकों में साक्षरता और रोजगार दर 50 प्रतिशत ही है. क्या कांग्रेस ने अल्पसंख्यकों की हालत सुधारने की कोशिश की है?
TNP न्यूज़ से अमजद खान की रिपोर्ट.