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- Thu, 21st Nov, 2024
भारत में साइबर फ्रॉड के केस बढ़ रहे हैं। साइबर फ्रॉड एक बड़ी समस्या बन चुकी है। भारत में बड़े पैमाने पर फर्जी सिम का जाल बिछा हुआ है। यानि की लोग फर्जी दस्तावेज से सिम कार्ड हासिल कर लेते हैं, फिर इस सिम कार्ड से ऑनलाइन फ्रॉड को अंजाम देते है। ऐसे में फ्रॉड करने वालों को पहचान कर पकड़ना मुश्किल हो जाता है। इस बार भारत सरकार ने ऐसा कुछ किया है, जिससे नागरिकों की सुरक्षा को एक नया स्तर मिलेगा। भारत सरकार ने एक बड़ा एक्शन लेते हुए टोटल 55 लाख फोन नंबर को बंद कर दिया है। दरअसल, सरकार की तरफ से वेरिफिकेशन अभियान चल रहा था। ये नंबर वेरिफिकेशन में संदिग्ध पाए गए थे, जिसके बाद ये कदम उठाया गया है। इस कैंपेन का उद्देश्य है कि सरकार अवैध सिम कार्ड के माध्यम से होने वाले साइबर अपराध और वित्तीय धोखाधड़ी पर रोक लगा सकें। केंद्र सरकार ने संचार साथी पोर्टल से फेक डॉक्यूमेंट पर हासिल किए गए सिम कार्ड की पहचान की। इतना ही नहीं सरकार ने लोगों की तरफ से मिली शिकायत पर एक्शन लेते हुए 13.42 लाख कनेक्शन को ब्लॉक कर दिया है।
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क्या है Sanchar Sathi पोर्ट्ल?
संचार साथी" पोर्टल, यूजर मोबाइल नंबर को वेरिफाई करने का एक ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है। यह मोबाइल ग्राहकों को सशक्त बनाने उनकी सुरक्षा को मजबूत करने और सरकार की नागरिक केंद्रित पहलुओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए दूरसंचार विभाग की पहल है। इसकी मदद से चोरी या गुम हुए स्मार्टफोन को आसानी से खोजा जा सकता है। फोन गुम या चोरी होने पर इस पोर्ट्ल पर तुरंत रिपोर्ट् कर सकते हैं।
किन सिम कार्ड को किया गया ब्लॉक
भारत सरकार ने संचार साथी पोर्टल से फर्जी दस्तावेज पर हासिल किए गए सिम कार्ड की पहचान की है। जैसा कि हम आपको पहले बता चपके हैं, इस पोर्टल को साइबर अपराध और ऑनलाइन फ्रॉड को रोकने के मकसद से डिजाइन किया गया है। संचार साथी पोर्टल से आप खुद पता लगा सकते हैं कि कहीं आपके आधार, वोटर आईडी कार्ड या अन्य दस्तावेज के सहारे किसी दूसरे ने सिम कार्ड ना खरीदा हो। साथ ही आप ऐसे मोबाइल नंबर के खिलाफ शिकायत कर सकते हैं।
TNP न्यूज़ से निवेदिता राय की रिपोर्ट