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- Tue, 03rd Dec, 2024
यह सीजन गेहूं की बुवाई का चल रहा है। किसानों ने धान की फसल काटने के बाद गेहूं की बुवाई युद्ध स्तर पर शुरू कर दी है परंतु किसान एक ओर डीएपी खाद की भारी कमी से जूझ रहा है तो वही गेहूं के बीज के लिए भी किसान को खून के आंसू पीने पड़ रहे हैं। इसी को लेकर शनिवार को क्षेत्र के किसानों ने बीज गोदाम पर प्रदर्शन कर बीज उपलब्ध कराने की मांग की।
किसानों ने किया प्रदर्शन
शनिवार को कस्बा स्थित राजकीय बीज गोदाम पर किसानों की भारी भीड़ जमा थी। बीजगोदाम पर गोदाम प्रभारी राजू राजपूत तथा पवन कुमार भी मौजूद थे परंतु किसानों को बीज का वितरण नहीं हो पा रहा था। पूछने पर गोदाम प्रभारी ने बताया की पॉशमशीन में कनेक्टिविटी ना होने के कारण वह गेहूं का वितरण नहीं कर पा रहे हैं। उनका कहना है कि वह क्षेत्र के किसानों को करीब साढे 900 कुंतल गेहूं का बीज वितरण कर चुके हैं तथा 120 कुंतल गेहूं का बीज अभी भी उनकी गोदाम पर बाकी है, परंतु मशीन में कनेक्टिविटी न आने के कारण वह वितरण नहीं कर पा रहे हैं। दूसरी ओर किसानों का कहना है कि वह कई दिनों से गोदाम पर लगातार आ रहे हैं। कोई कोई किसान एक-एक सप्ताह से लगातार आ रहा है परंतु कनेक्टिविटी की समस्या की वजह से उनको सारे सारे दिन इंतजार करना पड़ता है और शाम को वापस घर जाना पड़ता है इससे उनको शारिरिक,आर्थिक परेशानी के अलाबा समय की बर्बादी भी होती है।उन्होंने जिला कृषि अफबीकारी तथा जिलाधिकारी से मांग की कि कनेक्टिविटी ना होने के कारण गेहूं वितरण में रोक नहीं होनी चाहिए इसका कोई दूसरा विकल्प ढूंढा जाना चाहिए क्योंकि खेत की नमी को नहीं पता है कि कनेक्टिविटी है या नहीं। जिन किसानों ने खेतों में प्राइवेट कर दी है वह किसान बीज का आखिर कब तक इंतजार करें।गेहूं की बोआई भी पिछड़ रही है।मांग करने वाले किसानों में शिवकुमार अनार सिंह मलखान सिंह केशव दयाल बॉबी कुमार ग्राम प्रताप सिंह अरविंद कुमार वीरेंद्र सिंह चंद्रपाल नंदकिशोर प्रदीप सिंह महेंद्र प्रताप सिंह आदि थे।