- 34ºc, Sunny
- Thu, 21st Nov, 2024
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की मुसीबतें शराब कांड में थमने का नाम ही नहीं ले रही हैं...अपने आप को सबसे ईमानदार कहने वाले पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल को ED ने एक बार फिर समन भेजा है. जिसमें ED ने उन्हें 18 जनवरी को पूछताछ करने के लिए बुलाया है...हालांकि अरविंद केजरीवाल को ये चौथा समन भेजा गया है...इससे पहले अरविंद केजरीवाल को तीन समन जारी किए जा चुके हैं और वह एक बार भी एजेंसी के सामने पेश नहीं हुए हैं...
सीएम अरविंद केजरीवाल को मिला चौथा समन
एक बार फिर जांच एजेंसी ईडी और विपक्षी नेताओं के बीच टकराव तेज हो गया है.. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को चौथा समन मिला है...लेकिन उससे पहले मिले समन में पेश नहीं हुए हैं...आप पार्टी ने अंदेशा जताया कि ईडी उन्हें अरेस्ट कर सकती है...तब से यह सवाल उठा है कि ईडी किसी मामले में समन कब करती है? कितनी बार करती है? अरेस्ट करने के पीछे क्या तर्क होता है? क्या किसी सीएम को भी ईडी अरेस्ट कर सकती है? एक बार फिर इन सवालों के इर्द-गिर्द सियासत भी शुरू हो गई है... ईडी कथित शराब घोटाले में केजरीवाल को तीन बार समन भेज चुकी है..माना जा रहा है कि लोकसभा चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल को ED गिरफ्तार नहीं कर सकती है...अगर गिरफ्तार करती है तो उन्हें किस आधार पर गिरफ्तार कर सकती है...ये बड़ा सवाल है?
लोकसभा चुनाव से पहले हो रही है सियासत – केजरीवाल
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का कहना है कि केंद्र ईडी का गलत इस्तेमाल कर रही है...और उन्हें राजनीतिक वजहों से समन भेजा जा रहा है...आपका ये जानना भी जरुरी है कि केजरीवाल के उपर किस कानून के चलते शिकंजा कसने की तैयारी ईडी कर रही है. केजरीवाल का कहना है कि लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें गिरफ्तार किया जा सकता है ताकि वो प्रचार ना कर सकें...वैसे देखा जाए तो आप पार्टी में चुनाव प्रचार करने वाले अकेले अरविंद केजरीवाल ही है अगर उनकी गिरफ्तारी होती है तो जनता के बीच प्रचार करने वाला कोई बड़ा नेता आप आदमी पार्टी के पास नहीं है.
वहीं दिल्ली सरकार के दो मंत्री मनीष सिसोदिया और संजय सिंह पहले ही शराब घोटाला मामले में जेल में है...उधर केजरीवाल ने दिल्ली में लोगों की राय भी लेनी शुरू की है... कि अगर वह गिरफ्तार होते हैं तो क्या उन्हें सीएम रहना चाहिए. इससे पहले उनकी पार्टी के विधायक प्रस्ताव पास कर चुके हैं कि केजरीवाल को सीएम रहना चाहिए... बरहाल सियायत में हर कदम को बड़े दांव-पेंच के साथ रखना पड़ता है..उसके नफे-नुकसान का पहले ही अंदाजा निकालना पड़ता है...अब देखना होगा कि अरविंद केजरीवाल ईडी के सामने पेश होते है या नहीं और इसके बाद उनकी गिरफ्तारी होती है या नहीं.
TNP न्यूज़ से दीक्षा की रिपोर्ट.