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- Thu, 21st Nov, 2024
एक बार फिर से अमेरिकी चुनाव मैदान में उतर रहे पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मुश्किलें बढ़ गई हैं. न्यूयॉर्क की अदालत ने उन्हें बड़ा झटका दिया है. धोखाधड़ी के एक मामले में डोनाल्ड ट्रंप पर 355 मिलियन डॉलर का जुर्माना लगाया गया है. साथ ही वे अब तीन साल तक किसी कंपनी में निदेशक नहीं रह सकते और न ही किसी बैंक से कर्ज ले सकते हैं.
आख़िर मामला क्या है?
धोखाधड़ी से जुड़े एक मामले में एक अदालत ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कंपनियों पर 355 मिलियन डॉलर (करीब 29,46,09,17,500 रुपये) का जुर्माना लगाया है. इसके अलावा उन पर तीन साल का प्रतिबंध भी लगाया गया है. ट्रंप के पास एक बड़ा रियल एस्टेट कारोबार है. जो पूरी दुनिया में फैला हुआ है. ट्रंप पर अपनी नेटवर्थ को बढ़ा-चढ़ाकर बताकर बैंकों से धोखाधड़ी करने का आरोप है. उन्होंने बैंकों से ऋण पाने के लिए अपनी संपत्तियों की कीमतें बढ़ा दी थीं. मैनहट्टन में तीन महीने तक चली सुनवाई के बाद न्यूयॉर्क के एक जज ने अपने फैसले में कहा कि ट्रंप अगले तीन साल तक किसी भी कंपनी में निदेशक पद पर नहीं रह सकते. साथ ही इस अवधि के दौरान वह किसी भी बैंक से उधार नहीं ले सकता. ट्रंप ने कहा है कि वह इस फैसले के खिलाफ अपील करेंगे.
ट्रंप एक सफल रियल एस्टेट कारोबारी हैं
ट्रम्प, जो फिर से राष्ट्रपति पद के लिए दौड़ रहे हैं. न्यूयॉर्क के एक जज ने बैंकों से धोखाधड़ी के मामले में ट्रंप पर जुर्माना लगाया है. वहीं, ट्रंप एक सफल रियल एस्टेट कारोबारी भी हैं. मैनहट्टन में ट्रम्प टॉवर उनका निजी निवास है. इसी तर्ज पर उन्होंने भारत समेत दुनिया के कई देशों में ट्रंप टावर बनाए हैं. भारत में पुणे के कल्याणी नगर में बने ट्रंप टावर का उद्घाटन 2018 में ट्रंप के बेटे डोनाल्ड ट्रंप जूनियर ने किया था. इस ट्रंप टावर को भारतीय रियल एस्टेट कंपनी पंचशील डेवलपर्स के सहयोग से बनाया गया है.
भारत में ट्रंप का कारोबार
डोनाल्ड ट्रंप का भारत में रियल एस्टेट कारोबार है. ट्रंप ने अन्य व्यवसायों में भी निवेश किया है. सबसे बड़ी बात यह है कि उत्तरी अमेरिका के बाद ट्रंप ने जहां रियल एस्टेट में सबसे ज्यादा निवेश किया है, वह भारत है. ट्रम्प ऑर्गेनाइज़ेशन डोनाल्ड ट्रम्प के स्वामित्व वाली 500 व्यावसायिक संस्थाओं का एक समूह है. इनमें से 250 से अधिक कंपनियां ट्रम्प के नाम का उपयोग करती हैं. इसकी स्थापना ट्रंप की दादी एलिजाबेथ क्राइस्ट ट्रंप और पिता फ्रेड ट्रंप ने की थी. यह ट्रम्प एंड संस के रूप में किया गया था. इस कंपनी का सालाना राजस्व लगभग 5,000 करोड़ रुपये है.
TNP न्यूज़ से DIMPLE YADAV की रिपोर्ट.