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- Thu, 21st Nov, 2024
Lucknow: उत्तर प्रदेश में योगी सरकारे ने फर्जी स्कूल और मदरसों के बाद अब फेक कोचिंग सेंटक पर कडा रूख करती नजर आ रही है. जिसके बाद माध्यमिक शिक्षा विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है और एक प्रदेश भर के सभी जिलों के विद्यालय निरीक्षकों एक प्रोफार्मा बनाकर भेज दिया है. इसमें कहा गया है कि क्षेत्र में चल रहे सभी छोटे-बड़े कोचिंग संस्थानों की विस्तृत रिपोर्ट बनाकर एक हफ्ते के अंदर भेजी जाए.
फर्जी स्कुलों को किया सील
पिछले कुछ महीने पहले की अगर बात करें तो शिक्षा विभाग द्वारा फर्जी स्कूलों के खिलाफ अभियान भी चलाया गया था जिसके बाद तहकीकात कर फर्जी स्कूलों से जुर्माना लगाया गया था. लेकिन इसके बाद भी फर्जी स्कुल में खुलने बंद नही हुऐ. जबकि इसमें बडोतरी होती चली गई. अब हालात यह है कि जब प्रशासन ने इस मामले में जांच कि तो सामने आया कि वह स्कुल फिर से खुले है. हांलाकि अब प्रधानाध्यापक और प्रबंधन के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया है. साथ ही कई फर्जी स्कूलों को सील कर दिया गया है.
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शिक्षा विभाग ने डीआईओएस को भेजा प्रोफार्मा
प्रशासन ने 75 जिलों के सभी डीआईओएस को पत्र भेजा गया है. जिसमें पूछा गया है कि जिले में पंजीकृत कोचिंग संस्थानों की संख्या क्या है. और कोचिंग संस्थाओं में पढ़ने वाले बच्चों की संख्या भी पूछी गई है. शिक्षा विभाग ने सभी डीआईओएस को प्रोफार्मा भेजा है, उसमें कोचिंग संस्थानों पूरी जानकारी मांगी गई है. और फर्जी कोचिंग कि कितनी संख्या कितनी है इसका जवाब मांगा गया है.