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- Thu, 21st Nov, 2024
Jitan Ram Manjhi: बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी ने सीएम नीतीश कुमार को लेकर बड़ा दावा किया है. जिसमें उनका कहना है कि 14 जनवरी के बाद बिहार में सियासी उथल-पुथल मचने वाली है. वहीं नीतीश कुमार अब सही समय देखकर पलटी मार सकते हैं. इस दौरान जीतन राम मांझी ने नीतीश की पुरानी बातों का भी जिक्र करते हुए कहा कि नीतीश पहले NDA का हिस्सा थे, जिसके बाद वो बहने बाजी करके महागठबंधन में जुड गए. वहीं जब उन से तेजस्वी यादव पर चार्जशीट की स्थिति को स्पष्ट करने के लिए कहा गया तो वह फिर से एनडीए का हिस्सा बन गए. हालांकि उनके साथ ये स्थिति आज भी बरकरार है.
तेजस्वी यादव को सौंपी जाए राज्य की चाबी
मांझी ने अपनी बात को आगे रखते हुए कहा कि राज्य में लालू प्रसाद यादव का दबाव बरकरार है. दूसरी ओर RJD के लोग भी इस बात को लेकर तैयार है कि नीतीश कुमार तेजस्वी को सीएम की कुर्सी पर तैनात कर दें. लेकिन ऐसा लगता नहीं कि नीतीश किसी भी परिस्थिति में सीएम की कुर्सी को छोड़ेंगे. तो ऐसे वक्त में अब एक ही रास्ता बचा है कि नीतीश कुमार पलटी मारकर अब एनडीए में शामिल हो जाएंगे, लेकिन वहां का तो दरवाजा ही बंद है. तो फिर स्वतंत्र रूप से लोकसभा चुनाव लड़ने की बात करेंगे.
नीतीश कर रहे विधानसभा भंग करने की तैयारी - जीतन राम मांझी
जीतन राम मांझी ने बताया कि कहीं नीतीश कुमार ऐसा तो नहीं लग रहा कि लोकसभा चुनाव में काफी सीटों पर जीत हासिल होगी और सीएम के रूप में भी बने रहेंगे. सायद नीतीश कुमार कुछ ऐसा ही सोचकर विधानसभा भंग करने की तैयारी कर रहे हैं. वह अगर विधानसभा को भंग करते हैं तो उनके पास 18 महीने का वक्त ही रहेगा. विधानसभा का नियम ये होता है कि जब 6 महीने का चुनाव में वक्त बचा रहता है तभी राष्ट्रपति शासन लागू किया जाता है.
बता दें कि बिहार की राजनीती में पिछले कुछ समय से इस तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं. हालांकि इस बीच कई उठा-पटक देखी गई हैं. जिसमें जेडीयू के अध्यक्ष पद से ललन सिंह का इस्तेफा कूबूल कर नीतीश कुमार का अध्यक्ष बनना. नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होना जैसे मुद्दों पर सियासी गलियारों में चर्चा भी तेज हो गई हैं. हालांकि इन बातों में आखिर कितनी सच्चाई है ये लोकसभा चुनाव से पहले ही देखने को मिलेगा.
TNP न्यूज़ से अमजद खान की रिपोर्ट.