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- Thu, 21st Nov, 2024
मेटा के स्वामित्व वाले व्हाट्सएप ने अंतरराष्ट्रीय वन-टाइम पासवर्ड (ओटीपी) की एक नई श्रृंखला पेश की है. इससे भारत में व्यावसायिक संदेश भेजने की लागत बढ़ जाएगी. व्हाट्सएप के इस फैसले से कंपनी का राजस्व बढ़ने की उम्मीद है. इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, अंतरराष्ट्रीय संदेशों की कीमत पहले की तुलना में 20 गुना बढ़ गई है. हालांकि, सामान्य यूजर्स पहले की तरह व्हाट्सएप का फ्री इस्तेमाल करते रहेंगे. इसके लिए कोई शुल्क नहीं लगेगा.
प्रति एसएमएस 2.3 रुपये का शुल्क लगेगा
WhatsApp की नई इंटरनेशनल मैसेज कैटेगरी में आपको प्रति मैसेज 2.3 रुपये चुकाने होंगे. यह नियम 1 जून से लागू हो जाएगा. इसका असर भारत और इंडोनेशिया दोनों के कारोबार पर पड़ेगा. WhatsApp के नए फैसले से Amazon, Google और Microsoft जैसी अंतरराष्ट्रीय कंपनियों का संचार बजट बढ़ जाएगा. दरअसल, व्हाट्सएप के जरिए वेरिफाई करना सामान्य अंतरराष्ट्रीय वेरिफिकेशन ओटीपी से सस्ता है.
पहले क्या था रेट?
पहले टेलीकॉम कंपनियां स्थानीय एसएमएस भेजने के लिए 0.12 पैसे प्रति एसएमएस चार्ज करती थीं, जबकि अंतरराष्ट्रीय कीमत 4.13 रुपये प्रति एसएमएस थी, जबकि व्हाट्सएप अंतरराष्ट्रीय एसएमएस के लिए 0.11 पैसे प्रति एसएमएस चार्ज करता था, जो घटकर 2.3 रुपये प्रति एसएमएस हो गया है.
भारत सबसे बड़ा बाजार
भारत में एंटरप्राइज मैसेजिंग में तेजी से वृद्धि देखी जा रही है, जिसकी बाजार हिस्सेदारी लगभग 7600 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है. इसमें एसएमएस, पुश मैसेज, ओटीपी सत्यापन, एप्लिकेशन लॉगिन, वित्तीय लेनदेन, सेवा वितरण आदि जैसे संदेश शामिल हैं.
जियो और एयरटेल को फायदा
व्हाट्सएप एसएमएस शुल्क कम होने के कारण, अमेज़ॅन, फ्लिपकार्ट जैसे ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ने व्हाट्सएप को सत्यापन और मैसेजिंग टूल के रूप में इस्तेमाल किया, जिससे एयरटेल और जियो जैसी कंपनियों को नुकसान हुआ. हालांकि, नए फैसले के बाद टेलीकॉम कंपनियों को फायदा होने की उम्मीद है.