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- Thu, 21st Nov, 2024
किसानों के साथ कुछ जाल साज मिलकर भारी धोखा बाजी कर रहे हैं। गौरतलब है की डीएपी की कमी से जूझ रहे किसानों के साथ जालसाज और मिलावट खोर धोखा बाजी कर मिलावटी खाद बेचने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं।
फायर स्टेशन के कांस्टेबल ने कमरे रखी खाद को देख पुलिस को दी सूचना
किशनी में रविवार को कस्बा के पास ग्राम सभा सोनासी के मैदान में नवनिर्मित फायर स्टेशन को मिलावटखोरों ने मिलावटी डीएपी का अड्डा बना दिया। फायर स्टेशन के कांस्टेबल अनुज कुमार ने जब एक कमरे में डीएपी की बोरियां देखी तो पुलिस को सूचना देदी कि फायर स्टेशन के टाइप 3 कमरे में कुछ डीएपी की बोरियां रखी हुई है। सूचना मिलते ही तहसीलदार घासीराम, कृषि अधिकारी नरेश राठौर तथा पुलिस मौके पर पहुंच गई। एडीओ कृषि नरेश राठौर ने मौके पर जाकर देखा तो उनको 109 बोरी डीएपी जिन पर प्रधानमंत्री भारतीय जन उर्वरक परियोजना भारत लिखा हुआ था मिली। इसके अलावा वहां कुछ बोरियां समृद्धि फास्फेट सोल्युरिंग बैक्टीरिया की मिली।साथ ही दो सैकड़ा से अधिक खाली बोरियाँ भी मिली। बताते चलें कि उक्त समृद्धि एचपीपीएल की एक बोरी की कीमत ₹200 है ।अनुमान है की कुछ जाल साज सरकारी समितियों से सांठगांठ कर डीएपी की बोरियों को लेकर रात के अंधेरे में फायर स्टेशन के खाली पड़े कमरों में ले आते हैं और डीएपी की बोरी में एचपीपीएल मिलाकर डीएपी बना देते हैं, और इन बोरियों को सिल कर फुटकर दुकानों में 1800 से 2000 तक कीमत वसूल कर बेच देते हैं।
पुलिस ने मौके से दो गाड़ियां भी बरामद कर सीज की
पुलिस को मौके पर एक मैजिक लोडर तथा एक पिकअप वाहन भी मिला है, जिसे पुलिस ने सीज कर दिया है। अब पुलिस पता लगा रही है कि आखिर यह गाड़ियां किसकी हैं और इस खेल के पीछे कौन सा गैंग काम कर रहा है जो मासूम और भोलेभाले किसानों के साथ धोखा बाजी कर काली कमाई कर रहे थे।