
दिल्ली के दक्षिणी इलाके चंदन होला में सोमवार को एक व्यक्ति को गिरफ्तार करने गई पुलिस टीम पर उस व्यक्ति और उसके रिश्तेदारों ने हमला कर दिया। पुलिस को इतनी ज़ोरदार टक्कर मिली कि उन्हें वहां से भागना पड़ा। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि, वीडियो की स्वतंत्र जांच अभी नहीं हुई है। वीडियो में करीब दस पुलिसकर्मियों को कई लोगों से लड़ते हुए दिखाया गया है, जिनमें महिलाएं भी शामिल थीं। एक पुलिसकर्मी को मार-पीटकर बहुत बुरी तरह से चोट पहुंचाते हुए दिखाया गया है। कुछ लोग एक कार के शीशे भी तोड़ रहे हैं।
गिरफ्तारी का मकसद और आरोपी का विवरण
पुलिस ने बताया कि वे फतेहपुर बेरी थाने में दर्ज एक मामले के तहत “आजम” नाम के व्यक्ति को गिरफ्तार करने गई थी। इस मामले में आजम पर सरकारी कर्मचारियों पर हमला करने और चोरी की हुई चीजें रखने का आरोप था। यह मामला 28 जुलाई का है। पुलिस के अनुसार, आजम के खिलाफ गैर-जमानती वारंट (एनबीडब्ल्यू) भी जारी हैं क्योंकि उसका आपराधिक रिकॉर्ड खराब है। पुलिस उसे “खराब चरित्र” वाला व्यक्ति मानती है।
पुलिस पर हमला और फरार होने की कोशिश
जब पुलिस आजम को पकड़ने पहुंची, तो उसने अपने परिवार वालों के साथ मिलकर पुलिस पर हमला कर दिया। पुलिसकर्मियों को चोटें आईं, लेकिन वे वहां से बचकर निकलने में कामयाब रहे। पीटीआई की खबर के मुताबिक, आजम भी इस झगड़े के दौरान भागने में सफल रहा।
जांच और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने बताया कि इस हमले के बाद नया मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच जारी है और दोषियों को पकड़ने के लिए काम किया जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस तरह की घटनाएं कानून व्यवस्था के लिए बहुत बड़ी चुनौती हैं और वे पूरी कोशिश कर रहे हैं कि ऐसे मामले दोबारा न हों।
कानून व्यवस्था की चिंता
यह घटना पुलिस कर्मियों की सुरक्षा और कानून व्यवस्था के लिए चिंता का विषय है। जब पुलिस अपने काम पर होती है, तब ऐसे हमले उनकी सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करते हैं। सरकार और पुलिस विभाग को चाहिए कि वे इस तरह की घटनाओं पर सख्ती से नज़र रखें और जिम्मेदारों को कड़ी सजा दें।
Saurabh Dwivedi