
यूपी में अफसरों का बड़ा फेरबदल! उत्तर प्रदेश सरकार ने एक बार फिर बड़े स्तर पर IAS अफसरों के तबादले किए हैं। तीन दिन के भीतर दूसरी बार इतने वरिष्ठ अधिकारियों को बदला गया है। इस बार कुल 13 अफसरों की जिम्मेदारियां बदल दी गईं। इसे प्रदेश प्रशासन में बड़ा बदलाव माना जा रहा है।
मुख्य सचिव ने छोड़े कई अहम पद
मुख्य सचिव एस.पी. गोयल ने खुद को कई बड़े पदों से अलग कर लिया है। उन्होंने अवस्थापना और औद्योगिक विकास आयुक्त, पिकप के अध्यक्ष, यूपीडा और उपशा के सीईओ, अपर मुख्य सचिव समन्वय विभाग और परियोजना निदेशक (यूपीडास्प) जैसे पद छोड़ दिए हैं।
दीपक कुमार को मिला बड़ा दायित्व
अब इन पदों का जिम्मा दीपक कुमार को सौंपा गया है। उन्हें बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग से मुक्त कर दिया गया है और औद्योगिक विकास, नागरिक उड्डयन, समन्वय विभाग और अन्य जिम्मेदारियां दी गई हैं।
शिक्षा और स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी सेन शर्मा के पास
पार्थसारथी सेन शर्मा, जो पहले से ही स्वास्थ्य और परिवार कल्याण विभाग के प्रमुख सचिव थे, अब बेसिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग का भी प्रभार संभालेंगे।
पर्यटन और सचिवालय प्रशासन में बदलाव
सचिवालय प्रशासन, पशुपालन और मत्स्य विभाग की जिम्मेदारी अब मुकेश कुमार मेश्राम को दी गई है। वे पहले पर्यटन और संस्कृति विभाग देख रहे थे। अब पर्यटन विभाग का प्रभार अमृत अभिजात को सौंपा गया है।
संजय प्रसाद और अजय चौहान की भूमिका
संजय प्रसाद को नागरिक उड्डयन विभाग से मुक्त किया गया है, हालांकि वे मुख्यमंत्री कार्यालय, गृह विभाग और सूचना-जनसंपर्क जैसे अहम कामकाज संभालते रहेंगे। अजय चौहान को लोक निर्माण विभाग के साथ उपशा का भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
नए अभियान और जिम्मेदारियां
आलोक कुमार-3 को पुनर्गठन और भाषा विभाग से हटाकर ‘जीरो पॉवर्टी यूपी अभियान’ का नोडल अधिकारी बनाया गया है।
पी. गुरुप्रसाद को राजस्व विभाग से हटाकर नगर विकास और नगरीय रोजगार का प्रभार दिया गया है।
मनीष चौहान को सचिवालय प्रशासन और भाषा विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
खाद्य विभाग और मंडलायुक्त बरेली
रणवीर प्रसाद को खाद्य एवं रसद विभाग और राजस्व का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है।
अनामिका सिंह को खाद्य एवं रसद आयुक्त बनाया गया है।
भूपेंद्र एस. चौधरी को बरेली का नया मंडलायुक्त नियुक्त किया गया है।
Saurabh Dwivedi