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विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2025 नीरज चोपड़ा के लिए बेहद निराशाजनक रही। भाला फेंक के फाइनल में ओलंपिक और विश्व चैंपियन रहे नीरज इस बार टोक्यो के जापान नेशनल स्टेडियम में केवल आठवें स्थान पर रहे। यही वही मैदान था, जहाँ उन्होंने 2021 में ऐतिहासिक ओलंपिक स्वर्ण जीता था। 27 वर्षीय नीरज से लोगों को लगातार तीसरी बार बड़ा खिताब जीतने की उम्मीद थी, लेकिन इस बार उनकी लय बिल्कुल साथ नहीं दे पाई। उनका सबसे अच्छा थ्रो सिर्फ 84.03 मीटर का रहा, जो उन्हें मेडल की दौड़ से बहुत पीछे ले गया।
85 मीटर को पार नहीं कर पाए
नीरज के हर थ्रो में यह साफ दिख रहा था कि वे निराश हैं। छह प्रयासों में से एक भी बार वे 85 मीटर के पार नहीं जा पाए। पाँचवें थ्रो में तो गेंद फेंकते समय वे लाइन पार कर गए, जिसके कारण उनका प्रयास फाउल हो गया और उम्मीदें लगभग खत्म हो गईं।
चैंपियन बनाने का सपना टूटा
यह हार इसलिए भी बड़ी मानी जा रही है क्योंकि नीरज ने पिछले चार सालों में किसी भी प्रतियोगिता में टॉप-2 से नीचे स्थान हासिल नहीं किया था। 2021 से लगातार 26 प्रतियोगिताओं में वे पहले या दूसरे स्थान पर रहे थे। लेकिन इस चैंपियनशिप में उनका यह सुनहरा सिलसिला टूट गया।
चौथे स्थान पर रहे सचिन यादव
इस बार सबसे भी हैरानी की बात यह रही कि इस बार नीरज भारत के सबसे अच्छे खिलाड़ी भी नहीं रहे। सचिन यादव ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 86.27 मीटर का थ्रो किया और चौथे स्थान पर रहे। इससे साफ है कि अब भारत के पास नीरज के अलावा भी दमदार खिलाड़ी हैं।
ये रहे विजेता
फाइनल में त्रिनिदाद और टोबैगो के केशोर्न वाल्कॉट ने 88.16 मीटर का थ्रो करके स्वर्ण पदक जीता। एंडरसन पीटर्स (87.38 मीटर) ने रजत और अमेरिका के कर्टिस थॉम्पसन (86.67 मीटर) ने कांस्य पदक जीता।
कुल मिलाकर, नीरज चोपड़ा का यह प्रदर्शन भले ही निराशाजनक रहा हो, लेकिन भारतीय भाला फेंक के लिए नई उम्मीद सचिन यादव के रूप में सामने आई है। आने वाले वर्षों में भारत इस खेल में और भी मजबूती से खड़ा हो सकता है।
Saurabh Dwivedi