उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से एक बेहद चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां UPSC की तैयारी कर रहे एक छात्र ने खुद को नुकसान पहुंचाते हुए सर्जिकल ब्लेड से अपना प्राइवेट पार्ट काट लिया। बताया जा रहा है कि युवक मानसिक रूप से काफी समय से संघर्ष कर रहा था। उसे लगता था कि भले ही उसका शरीर पुरुष का है, लेकिन उसकी सोच, चाल-ढाल और आवाज लड़कियों जैसी है। इसी वजह से वह अपना जेंडर बदलकर लड़की बनना चाहता था।
अमेठी निवासी यह छात्र प्रयागराज में किराए के मकान में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करता था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, युवक ने कुछ दिन पहले कटरा स्थित एक डॉक्टर से सलाह ली थी। डॉक्टर ने उसे कहा कि अगर वह अपनी पहचान से संतुष्ट नहीं है, तो सर्जरी के जरिए जेंडर चेंज कर सकता है। इसके बाद युवक ने गूगल और यूट्यूब पर इस विषय में काफी जानकारी जुटाई। उसने खुद को बेहोश करने वाला इंजेक्शन खरीदा और सर्जिकल ब्लेड भी ले आया।
तीन दिन पहले उसने खुद को बेहोश करने का इंजेक्शन लगाया और फिर सर्जिकल ब्लेड से प्राइवेट पार्ट काट डाला। जब बेहोशी का असर कम हुआ, तो तेज दर्द और खून बहने से उसकी हालत बिगड़ गई। शोर सुनकर मकान मालिक और अन्य छात्र कमरे में पहुंचे, तो उन्होंने उसे खून से लथपथ पाया। तुरंत ही छात्र को स्वरूप रानी नेहरू अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है। डॉक्टरों ने बताया कि समय पर इलाज न मिलता तो युवक की जान भी जा सकती थी।
घटना की जानकारी मिलते ही छात्र के परिजन हैरान रह गए। उसकी मां का कहना है कि उनका बेटा ऐसा कदम खुद नहीं उठा सकता, किसी ने उसे बहकाया है। उन्होंने उस डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की, जिसने जेंडर चेंज की सलाह दी थी।
सर्जन डॉ. संतोष सिंह ने बताया कि युवक की हालत फिलहाल स्थिर है, लेकिन यह घटना बताती है कि मानसिक परेशानी में बिना सही मार्गदर्शन के लोग किस तरह गलत कदम उठा सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मामलों में काउंसलिंग और सही चिकित्सा सलाह बेहद जरूरी है।
Saurabh Dwivedi