
बिहार की राजधानी पटना में शुक्रवार की रात एक बड़ी वारदात हुई। राज्य के जाने-माने उद्योगपति गोपाल खेमका की रात करीब 11:45 बजे गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस घटना ने न सिर्फ शहर को हिला दिया है, बल्कि राज्य की कानून-व्यवस्था पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।
चौंकाने वाली बात ये है कि सात साल पहले गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की भी हत्या कर दी गई थी। अब एक ही परिवार में दो-दो हत्या होने से लोग पूछ रहे हैं, क्या ये दोनों घटनाएं आपस में जुड़ी हैं?
2018 में बेटे की हत्या कैसे हुई थी
गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की हत्या 2018 में हाजीपुर के इंडस्ट्रियल एरिया में की गई थी। बाइक सवार हमलावरों ने दिनदहाड़े गुंजन पर गोलियां चला दी थीं। दो गोलियां गुंजन को और एक गोली उनके ड्राइवर को लगी थी। गुंजन की मौके पर ही मौत हो गई थी।
इस केस में मस्तू सिंह नाम के आरोपी को पुलिस ने पकड़ा था और जेल भेजा गया था। लेकिन बाद में मस्तू सिंह की भी हत्या कर दी गई। अब लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या बेटे और पिता दोनों की हत्या के पीछे कोई बड़ी साजिश थी?
अब पिता गोपाल खेमका की हत्या कैसे हुई
शुक्रवार रात गोपाल खेमका बांकीपुर क्लब से घर लौट रहे थे। जैसे ही वे गांधी मैदान थाना क्षेत्र के रामगुलाम चौक के पास अपनी कार से उतरे, तभी बाइक सवार बदमाशों ने पास से गोली मार दी। उन्हें तुरंत पास के मेडिवर्सल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
खास बात ये है कि घटना स्थल से थाना सिर्फ 300 मीटर दूर था, फिर भी पुलिस देर से पहुंची। इससे पुलिस की लापरवाही पर सवाल उठने लगे हैं।
प्रत्यक्षदर्शी गार्ड ने क्या बताया
खेमका के अपार्टमेंट के गार्ड राम पारस ने बताया, “रात करीब 11:30 बजे खेमका जी कार से आए, हॉर्न बजाया। जैसे ही मैं गेट खोलने गया, तभी गोलियों की आवाज सुनाई आई। मैं दौड़ा कर गया तो देखा वे खून से लथपथ जमीन पर गिरे थे। उनकी सांसें चल रही थीं। पुलिस करीब 2:30 बजे आई, तब तक बहुत देर हो चुकी थी।”
कौन थे गोपाल खेमका
खेमका बिहार के प्रमुख उद्योगपतियों में गिने जाते थे। उनके कई पेट्रोल पंप, फैक्ट्री और अस्पताल समेत अन्य व्यवसाय थे। वो खुद भी MBBS डॉक्टर थे और बांकीपुर क्लब के पूर्व सचिव रह चुके थे। खेमका गांधी मैदान स्थित कतरका निवास की चौथी मंजिल पर रहते थे
राजनीतिक तूफान और विपक्ष का हमला
इस घटना को लेकर बिहार की राजनीति में भी हलचल मच गई है।
कांग्रेस नेता प्रेमचंद्र मिश्रा ने कहा, “पटना जैसे शहर में जब एक नामी व्यवसायी की हत्या हो जाती है, तो ये साफ है कि राज्य में अपराधी बेखौफ हैं और सरकार लापरवाह।”
RJD सांसद मनोज झा ने भी नीतीश सरकार पर हमला करते हुए कहा कि, “बिहार में अब सरकार नाम की कोई चीज नहीं बची है।”
सत्ता पक्ष का जवाब
BJP नेता गुरु प्रकाश ने कहा, “सरकार इस घटना को गंभीरता से ले रही है। मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ अफसर कार्रवाई की निगरानी कर रहे हैं। दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा।” उन्होंने यह भी जोड़ा कि "आज की घटना को बीते समय के 'जंगलराज' से तुलना करना सही नहीं है।"
JDU के नीरज कुमार ने इसे बड़ी चुनौती मानते हुए कहा कि “घटना स्थल पर पुलिस की टीम तुरंत पहुंची और एसआईटी का गठन कर लिया गया है। जल्द अपराधी पकड़े जाएंगे।”
- YUKTI RAI