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बिहार में साल के आखिर तक विधानसभा के चुनाव होने की उम्मीद है। ऐसे में राज्य का चुनावी पारा चढ़ चुका है। राजनीतिक दलों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी शुरू हो गया है। सभी पार्टियां जनता को लुभाने और अगले पांच सालों का प्लान समझाने में लग गई हैं। ऐसे में हम बिहार की पटना साहिब विधानसभा सीट पर नजर डालते हैं।
पटना साहिब का गौरवशाली इतिहास
पटना साहिब का नाम सुनते ही शांति की भावना जागृत होती है। बता दें कि पटना साहिब की सबसे बड़ी धार्मिक पहचान यह है कि यहां 22 दिसंबर 1666 को सिखों के दसवें गुरु, श्री गुरु गोबिंद सिंह जी का जन्म हुआ था। गुरु गोबिंद सिंह जी के सम्मान में यहां पर तख्त श्री हरिमंदिर जी पटना साहिब की स्थापना हुई थी। यह सिख धर्म के पांच तख्तों में से एक है और सिख श्रद्धालुओं के लिए अत्यंत पवित्र तीर्थस्थल है।
2011 की जनगणना
2011 की जनगणना के अनुसार, इस क्षेत्र में लिंग अनुपात लगभग 880 महिलाएं प्रति 1000 पुरुष था। वहीं साक्षरता दर भी करीब 76% थी, जिसमें पुरुष साक्षरता लगभग 82% और महिला साक्षरता करीब 69% दर्ज की गई थी। वहीं मतदाताओं की बात करें तो यह एक हिंदू बहुल इलाका है, जहां 2011 में हिंदू आबादी का अनुपात लगभग 82–84% था। वहीं इस क्षेत्र में अनुसूचित जाति (SC) कुल मतदाताओं की संख्या लगभग 35,059 है, जो 9.73% है। वहीं, अनुसूचित जनजाति (ST) की कुल संख्या मात्र 540 है, जो 0.15% है। मुस्लिम मतदाताओं की संख्या लगभग 61,975 है जो लगभग 17.2% है।
मतदाता और मतदान केंद्र की संख्या
पटना साहिब विधानसभा क्षेत्र पूरी तरह शहरी क्षेत्र में आता है। यह क्षेत्र पूरी तरह नगरीय है, जहां ग्रामीण मतदाताओं की संख्या शून्य है, अर्थात 100% मतदाता शहरी क्षेत्र से हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव के दौरान इस क्षेत्र में कुल मतदाताओं की संख्या 3,60,318 और मतदान केंद्रों की संख्या 542 थी।
हालांकि, 2024 के लोकसभा चुनावों में मतदाताओं की संख्या लगभग 378,000 थी लेकिन, मतदान केंद्रों की संख्या घटकर 344 रह गई थी। मतदान प्रतिशत की बात करें तो 2020 के विधानसभा चुनाव में इस क्षेत्र में 52.25% मतदान दर्ज हुआ था। 2019 के लोकसभा चुनाव में यह प्रतिशत 54.84% था, 2015 के विधानसभा चुनाव में यह आंकड़ा 55.29% था।
पटना साहिब का राजनीतिक इतिहास
पटना साहिब विधानसभा क्षेत्र की स्थापना परिसीमन के बाद 2008 में हुई थी। इस सीट पर पहली बार साल 2010 में चुनाव हुए थे। यह पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले 6 विधानसभा क्षेत्रों में से एक है। बता दें कि साल 2008 से पहले पटना साहिब विधानसभा क्षेत्र को पटना ईस्ट विधानसभा क्षेत्र के नाम से जाना जाता था।
2010 से अब तक यहां 3 बार चुनाव हुए और तीनों बार बिहार विधानसभा के मौजूदा अध्यक्ष, वरिष्ठ भाजपा नेता नंद किशोर यादव ने इस सीट पर जीत हासिल की है। 2008 से पहले उन्होंने चार बार पटना ईस्ट के प्रतिनिधि के रूप में भी इस क्षेत्र से जीत हासिल की थी। यही नहीं, नंद किशोर यादव का जीत का अंतर लगातार बढ़ता रहा है। 2020 के विधानसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के प्रवीण सिंह को 18,281 वोटों के अंतर से हराया था।
-Shraddha Mishra