
सिंगापुर में चल रहे शांग्री-ला डायलॉग सुरक्षा सम्मेलन के दौरान भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) जनरल अनिल चौहान ने ऑपरेशन सिंदूर पर खुलकर चर्चा की है। उन्होंने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के उस दावे को खारिज कर दिया, जिसमें कहा गया था कि पाकिस्तान ने छह भारतीय विमानों को गिराया, जिनमें चार राफेल भी शामिल थे।
दरअसल, 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में 7 मई को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर हमला किया था। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा। पाकिस्तान ने दावा किया था कि उसने भारतीय वायुसेना के छह लड़ाकू विमानों को मार गिराया।
जनरल चौहान ने कहा
जनरल चौहान ने माना कि शुरुआत में भारत को नुकसान जरूर हुआ, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि असली मुद्दा यह नहीं है कि कितने विमान गिरे, बल्कि यह है कि क्यों गिरे और क्या गलतियां हुईं। उन्होंने कहा, "संख्या मायने नहीं रखती, बल्कि यह जरूरी है कि हमने अपनी गलतियों से सीखा और दोबारा हमला किया।"
पहले भारतीय सेना ने इस मुद्दे पर कोई बयान नहीं दिया था। एयर ऑपरेशंस के डायरेक्टर जनरल एयर मार्शल ए.के. भारती ने भी सिर्फ इतना कहा था कि युद्ध में नुकसान होना सामान्य बात है, लेकिन सभी भारतीय पायलट सुरक्षित लौट आए हैं।
जनरल चौहान ने बताया कि ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत ने अपनी रणनीति बदली और दो दिन बाद फिर से पाकिस्तान पर हमला किया। उन्होंने कहा, "हमने अपनी गलतियों को समझा, उन्हें सुधारा, और फिर 7, 8 और 10 मई को बड़े पैमाने पर कार्रवाई की। हमने पाकिस्तान के वायु ठिकानों पर गहरी घुसपैठ की और सटीक हमले किए। 10 मई को तो हमने हर तरह के विमान और हथियार का इस्तेमाल किया।"
पाकिस्तान के 9 एयरबेस पर किया था हमला
भारतीय सेना के मुताबिक, इस ऑपरेशन में पाकिस्तान के कम से कम नौ एयरबेस पर हमले किए गए। पाकिस्तान ने भी माना कि उनके एयरबेस पर हमला हुआ, लेकिन उन्होंने नुकसान कम होने का दावा किया।
परमाणु युद्ध पर जनरल चौहान ने कहा कि हालात कभी भी इतना नहीं बिगड़े कि परमाणु हथियारों का खतरा पैदा हो। उन्होंने बताया कि पाकिस्तान के साथ बातचीत की लाइनें खुली थीं, जिससे तनाव के बावजूद स्थिति काबू में रही।
चीन को लेकर जनरल चौहान ने कहा कि इस पूरे संघर्ष के दौरान भारत को चीन से कोई सीधी सैन्य चुनौती नहीं मिली। उन्होंने कहा, "हमारी उत्तरी सीमा पर कोई असामान्य गतिविधि नहीं दिखी है।"
जब पूछा गया कि क्या चीन ने पाकिस्तान को खुफिया जानकारी दी, तो उन्होंने कहा कि ऐसी जानकारी आजकल कई जगह से मिल सकती है और यह सिर्फ चीन तक सीमित नहीं है।
- YUKTI RAI