
दुनियाभर में पाकिस्तान के चेहरे को बेनकाब करने निकली भारत का सर्वदलीय प्रतिनिधि मंडल अलग-अलग देशों में अपने मिशन पर लगा हुआ है। वहीं इसकी एक टीम पनामा पहुंची जहा पनामा ने आतंकवाद पर भारत का साथ देने की बात कही। शशि थरूर के नेतृत्व में एक बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल ने पनामा के विदेश मंत्री जेवियर मार्टिनेज अचा से मुलाकात की और उन्हें ऑपरेशन सिंदूर में मारे गए संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में शामिल पाकिस्तानी सेना के अधिकारियों की तस्वीरें दिखाईं।
पनामा के विदेश मंत्री जेवियर मार्टिनेज आचा ने को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम आतंकवादी हमले की निंदा की जिसमें 26 लोग बेरहमी से मारे गए थे। विदेश मंत्री आचा ने आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में पनामा की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए कहा कि जो भी देश आतंकवादियों के लिए "सुरक्षित पनाहगाह" बनता है, उसकी निंदा की जानी चाहिए।
अचा ने कहा"...आपकी यह यात्रा आपकी कल्पना से कहीं अधिक है: आतंकवाद के खिलाफ लड़ने और किसी को भी प्रभावित करने वाले इन आतंकी हमलों के खिलाफ एकजुट होने की पनामा की प्रतिबद्धता। कश्मीर में जो कुछ हुआ, हम उसकी निंदा करते हैं। दुनिया का कोई भी देश जो आतंकवादियों के लिए सुरक्षित पनाहगाह के रूप में काम करता है, उसकी निंदा की जानी चाहिए,"
वियर मार्टिनेज आचा ने कहा, "आतंकवाद के मामले में हम भारत के साथ खड़े हैं। हम किसी भी तरह के आतंकवाद को बर्दाश्त नहीं कर सकते। हम आतंकवाद को प्रायोजित करने वाले देशों को बर्दाश्त नहीं कर सकते। हम एक लोकतांत्रिक देश हैं। भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, जो सिद्धांतों को महत्व देता है और हम किसी भी तरह के आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ेंगे।"
इससे पहले बुधवार को थरूर के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति भवन में पनामा गणराज्य के राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो से मुलाकात की। थरूर के नेतृत्व वाले प्रतिनिधिमंडल में शांभवी चौधरी (लोक जनशक्ति पार्टी), सरफराज अहमद (झारखंड मुक्ति मोर्चा), जीएम हरीश बालयागी (तेलुगु देशम पार्टी), शशांक मणि त्रिपाठी, तेजस्वी सूर्या, भुवनेश्वर कलिता - सभी भाजपा से शामिल हैं; मल्लिकार्जुन देवड़ा (शिवसेना), अमेरिका में पूर्व भारतीय राजदूत तरणजीत सिंह संधू और शिव सेना सांसद मिलिंद देवड़ा।