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अमेरिकी खुफिया एजेंसियों ने हाल ही में एक बड़ा संकेत दिया है कि इजरायल ईरान के परमाणु स्थलों पर संभावित सैन्य हमले की योजना बना रहा है। यह जानकारी ऐसे समय में सामने आई है जब वैश्विक मंच पर ईरान के परमाणु कार्यक्रम को लेकर कूटनीतिक प्रयास जारी हैं।
क्या कहा खुफिया रिपोर्ट में?
अमेरिकी एजेंसियों का मानना है कि इजरायल, ईरान की बढ़ती परमाणु गतिविधियों को लेकर गंभीर रूप से चिंतित है और वह एकतरफा सैन्य कार्रवाई कर सकता है। रिपोर्ट्स के अनुसार, इजरायल की चिंता इस बात को लेकर है कि ईरान अब 'ब्रेकआउट पॉइंट' के काफी करीब पहुंच चुका है—यानी वह समय जब ईरान बहुत ही कम समय में परमाणु हथियार बनाने में सक्षम हो सकता है।
कूटनीतिक प्रयासों पर पड़ सकता है असर
अमेरिका और अन्य पश्चिमी देश इस मुद्दे को बातचीत और राजनयिक उपायों के ज़रिए सुलझाना चाहते हैं। हालांकि, इजरायल का मानना है कि केवल बातचीत से ईरान को नहीं रोका जा सकता। ऐसे में यदि इजरायल सैन्य कार्रवाई करता है तो इससे पूरे पश्चिम एशिया में अस्थिरता फैल सकती है।
अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंता
संयुक्त राष्ट्र, यूरोपीय संघ और अन्य प्रमुख वैश्विक ताकतें इस घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं। उनका कहना है कि किसी भी प्रकार की सैन्य कार्रवाई से न केवल क्षेत्रीय तनाव बढ़ेगा, बल्कि वैश्विक तेल आपूर्ति और आर्थिक स्थिरता भी प्रभावित हो सकती है।
इजरायली हमले की आशंका, संकट टालने को कूटनीतिक प्रयास तेज
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि इजरायल वास्तव में हमला करेगा या नहीं, लेकिन अमेरिकी खुफिया एजेंसियों की चेतावनी ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को सतर्क कर दिया है। आने वाले दिनों में यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि कूटनीतिक प्रयास इस संकट को टाल पाने में कितने सफल होते हैं।
Published By-Anjali Mishra