
Neetu Pandey, नई दिल्ली: पहाड़ी इलाकों में अक्सर बादल फटने के मामले सामने आते रहते है. हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में मानसून दस्तक देते ही तबाही मचाने लगा है. कई जगह बारिश आफत बनकर आई है. IMD ने जानकारी देते हुए कहा कि कई राज्यों में भारी बारिश हो रही है. वहीं उत्तराखंड (Uttarakhand) और हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है.
बता दें कि असम (Assam)और हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में भारी बारिश के बाद बाढ़ की वजह से हालात बेकाबू हो गए है. बाढ़ के कारण राज्यों में लाखों लोग प्रभावित हुए है. हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में पिछले 72 घंटों में भारी बारिश के कारण काफी ज्यादा नुकसान हुआ है. मानसून की पहली बारिश में ही राज्य की नदियां और नाले उफान पर हैं. वहीं, रामपुर में भारी बारिश से बादल भी फट गए, जिसमें करोड़ों का नुकसान हुआ है.
भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं के चलते हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में 6 लोगों की मौत हो गई है. भूस्खलन के चलते चंडीगढ़-मनाली हाइवे बाधित हो गया है और इस रूट पर लंबा जाम लग गया है. मुंबई (Mumbai) और राजस्थान (Rajasthan) में भी भारी बारिश का असर देखा जा रहा है और जगह-जगह जलभराव की वजह से लोग कई तरह की समस्याओं का सामना कर रहे हैं.
कुल्लू-मंडी-रामपुर में बाढ़ से कई जगह जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया। हमीरपुर में सुजानपुर के खैरी में रविवार को बादल फटने से पांच घरों में मलबा घुस गया. वहां के तहसीलदार ने जानकारी देते हुए बताया कि छह लोगों को रेस्क्यू किया गया है. वहीं कालका-शिमला रेलवे ट्रैक पर जगह-जगह पहाड़ियों से पत्थर, मलबा और पेड़ गिरने से दूसरे दिन भी सभी ट्रेनें रद्द हो गईं.
मंडी के सराज की तुंगधार और कुल्लू की मौहल खड्ड में बाढ़ से एक दर्जन वाहन बह गए और कई घर क्षतिग्रस्त हुए हैं. मंडी के शिकारी देवी में शनिवार रात 200 लोग फंस गए, जिन्हें छह घंटे बाद निकाला गया। प्रदेशभर में 85 सड़कें बंद हो गईं हैं. 55 बिजली के ट्रांसफार्मरों को नुकसान पहुंचा है.