
कभी ख्वाबों के शहर में दो दिलों ने घर बसाने की सोची थी, पर नफरत की आंधी ऐसी चली कि सपनों की बस्ती उजड़ गई। ये कहानी सिर्फ दो दिलों की नहीं बल्कि हर उस इंसान से जो जाति, धर्म और नफरत के नाम पर खून बहाते हैं। आइए आपको एक ऐसी कहानी के बारे में बताते है जिसे जानने के बाद आप भी विचलित हो सकते हैं।
महाराष्ट्र के नांदेड़ में 20 साल के सक्षम ताटे की बेरहमी से हत्या कर दी जाती है। उनकी प्रेमिका आंचल ममीदवार (21) ने आरोप लगाया है कि इस हमले में उसके अपने परिवार के लोग शामिल थे और दो पुलिसकर्मियों ने भी उसके भाइयों को उकसाया।
प्रेमिका ने शव से ही रचा ली शादी
सक्षम की मौत के बाद उसकी प्रेमिका आंचल ने उसके शव के साथ ही शादी रचा कर लेती। आंचल ने बताया कि उसका परिवार पहले उनकी शादी के लिए तैयार होने का नाटक करता रहा, लेकिन बाद में उन्होंने धोखा दिया।
तीन साल का रिश्ता
आंचल और सक्षम पिछले तीन साल से साथ थे। आंचल ने कहा, “हमने शादी और भविष्य के कई सपने देखे थे। मेरे भाइयों ने कहा था कि वे हमें शादी करने देंगे, लेकिन आखिर में उन्होंने हमला करवा दिया।”
इंटरनेट पर दोस्ती, परिवार दिखाता था अपनापन
आंचल ने बताया कि वह सक्षम से इंस्टाग्राम पर मिली थी। उसने कहा कि उसका परिवार सक्षम के साथ घूमता-फिरता था, खाना खाता था, और ऐसा दिखाता था कि उन्हें रिश्ता मंज़ूर है। पर बाद में पता चला कि वे उसकी जाति के कारण रिश्ते के खिलाफ थे।
दलित होने पर विवाद
आंचल विशेष पिछड़ा वर्ग (SBC) से है, जबकि सक्षम दलित समाज से था। आंचल ने बताया, “मेरे पिता ने सक्षम से कहा कि अगर उसे शादी करनी है तो उसे धर्म बदलना होगा। सक्षम हर चीज करने को तैयार था।”
दो पुलिसवालों पर उकसाने का आरोप
आंचल ने आरोप लगाया कि दो पुलिसवाले धीरज कोमलवार और महीत असरवार, उसके भाइयों को सक्षम को मारने के लिए भड़का रहे थे। उसने कहा कि पुलिस स्टेशन में उसके भाई ने पुलिस वालों के सामने कहा था कि वह शाम तक सक्षम को मार देगा और शाम को ही हत्या हो गई।
हमला और हत्या
गुरुवार शाम को आंचल का भाई हिमेश सक्षम से भिड़ गया। पहले बहस हुई, फिर उसने गोली चलाई और बाद में टाइल से सिर कुचल दिया। सक्षम की मौके पर मौत हो गई। पुलिस ने हिमेश, उसके भाई साहिल, पिता गजानन और तीन और लोगों को गिरफ्तार किया है। उन पर हत्या, दंगा, SC/ST एक्ट और शस्त्र अधिनियम के तहत केस दर्ज हुआ है।
कब हुई हत्या?
हत्या गुरुवार शाम करीब साढ़े पांच बजे हुई। परिवार को जब सक्षम के इलाके में होने की खबर मिली, तब हमला हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हिंसा अचानक भड़क उठी, जिससे आसपास के लोगों को बीच-बचाव का कोई मौका नहीं मिला।
अंतिम संस्कार बना विवाह
अगले दिन अंतिम संस्कार के समय आंचल पहुँची और उसने सक्षम के शव से विवाह किया। उसने कहा कि वह अब सक्षम के परिवार के साथ रहेगी और केस लड़कर न्याय लेगी।
Saurabh Dwivedi

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