
नीतू पाण्डेय, नई दिल्ली: इस बात पर हम कोई शक नहीं कर सकते है कि कभी-कभी सिनेमा यानी फिल्में मानसिकता को बदलने में बहुत बड़ी भूमिका निभाता है. द केरल स्टोरी की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. केरल हाईकोर्ट में शुक्रवार (5 मई) को 'द केरल स्टोरी' फिल्म की रिलीज पर रोक लगाने की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई चल रही है.
फिल्म पर रोक लगाने वाले पक्ष की ओर से पेश हुए वरिष्ठ वकील दुष्यंत दवे ने कोर्ट के सामने दलील पेश करते हुए कहा कि इस फिल्म के ट्रेलर में समुदाय विशेष को गलत तरीके से दिखाने की कोशिश की गई है, इससे समाज में वैमनस्य फैल सकता है.
वकील की इस दलील पर कोर्ट ने दवे से पूछा कि क्या वाकई में इस फिल्म के ट्रेलर में ऐसा कुछ है जिससे माहौल खराब हो सकता है? कोर्ट की ओर से मौखिक टिप्पणी करते हुए कहा गया कि शुरुआती तौर पर हमको मिली जानकारी के मुताबिक इस फिल्म में ऐसा कुछ आपत्तिजनक नहीं है और वैसे भी इस फिल्म को संबंधित विभागों से हरी झंडी मिल चुकी है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए बेल्लारी में चुनाव प्रचार करने पहुंचे. इस दौरान पीएम मोदी ने फिल्म 'द केरला स्टोरी’ का जिक्र कर कांग्रेस पर निशाना साधा है. पीएम मोदी ने कहा बीते कुछ सालों से आतंकवाद का एक और स्वरूप पैदा हो गया है. ऐसे ही आतंकी साजिश पर बनी फिल्म केरल स्टोरी की इन दिनों काफी चर्चा हो रही है.
पीएम मोदी ने द केरल स्टोरी को लेकर कहा कि कहते हैं, केरला स्टोरी सिर्फ एक राज्य में हुई आतंकी साजिशों पर आधारित है. देश का इतना खूबसूरत राज्य, जहां के लोग इतने परिश्रमी और प्रतिभाशाली होते हैं, उस केरला में चल रही आतंकी साजिश का खुलासा इस फिल्म में किया गया है. इस सिनेमा का भी कांग्रेस ने विरोध किया. इतना ही नहीं, ऐसी आतंकी प्रवृत्ति वालों से कांग्रेस, पिछले दरवाजे से राजनीतिक सौदेबाजी तक कर रही है.