
भारत और अमेरिका के बीच चल रहे ट्रेड वॉर के बीच, प्रधानमंत्री मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच गुरुवार को बातचीत हुई। दोनों नेताओं ने इस बातचीत में भारत-अमेरिका के बीच व्यापक वैश्विक रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा की। फोन कॉल के दौरान उन्होंने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने की कोशिशों को तेज करने और इस दिशा में मिलकर काम करने की बात पर जोर दिया।
दोनों नेताओं ने कहा कि भारत और अमेरिका कई क्षेत्रों में एक-दूसरे के साथ अच्छे से काम कर रहे हैं और यह साझेदारी लगातार मजबूत हो रही है। वहीं, गुरुवार को ही अमेरिकी अधिकारी दिल्ली में भारतीय अधिकारियों के साथ दो दिनों की बातचीत शुरू कर रहे थे।
वॉशिंगटन में एक वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि भारत ने लंबे समय से लंबित व्यापार समझौते के लिए अब तक का सबसे अच्छा और मजबूत प्रस्ताव दिया है। लेकिन अभी भी भारत अमेरिकी मांस और डेयरी उत्पादों को अपने बाजार में आने देने को लेकर तैयार नहीं है, और यही दोनों देशों के बीच आगे बढ़ने में रुकावट पैदा कर रही है।
पीएम मोदी ने किया ट्वीट
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप के साथ हुई अपनी बातचीत के बारे में बात करते हुए एक्स पर लिखा कि, "राष्ट्रपति ट्रंप के साथ मेरी बहुत सौहार्दपूर्ण और सार्थक बातचीत हुई। हमने द्विपक्षीय संबंधों में हुई प्रगति की समीक्षा की और रीजनल एवं इंटरनेशनल डेवलपमेंट पर चर्चा की। भारत और U.S. ग्लोबल शांति, स्टेबिलिटी और खुशहाली के लिए मिलकर काम करते रहेंगे।"
अमेरिका-भारत की वार्ता शुरू
अमेरिका के व्यापार उप प्रतिनिधि रिक स्विट्जर की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को भारत के मुख्य वार्ताकार और वाणिज्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव दर्पण जैन से बातचीत शुरू कर चुका है। यह दौरा बहुत अहम है, क्योंकि भारत और अमेरिका इस साल एक नए व्यापार समझौते के पहले चरण को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं। यह मुलाकात ऐसे समय में हो रही है जब दोनों देशों के बीच व्यापार विवाद बढ़ गया है।
अमेरिका ने भारत पर बड़ा कदम उठाते हुए रूस से तेल खरीदने के कारण भारतीय सामानों पर 25% टैरिफ और 25% अतिरिक्त जुर्माना लगाया है। यानी कुल मिलाकर 50% शुल्क, जो किसी भी साझेदार देश पर लगाए जाने वाले सबसे ऊँचे शुल्कों में से एक है।
-Shraddha Mishra








