- 34ºc, Sunny
- Sat, 12th Oct, 2024
Budget 2024 What is Economic Survey: केंद्र में मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी बजट कल यानी 1 फरवरी 2024 को पेश होने जा रहा है. इसको अंतरिम या आम बजट भी कहा जाता है. जिस बजट को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतरमण पेश करेंगी. बता दें कि निर्मला सीतारमण ने अपने कार्यकाल के दौरान यह उनका छठा बजट होगा. हालांकि जब बात अंतरिम बजट पेश करने की आती है तो उससे पहले 31 जनवरी को सरकार संसद में आर्थिक सर्वेक्षण पेश करती है. यह सर्वेक्षण को बेहद अहम होता है. आइए जानते हैं कि आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) क्या होता है?
जानें क्या हैं Economic Survey?
हर साल 1 फरवरी को देश का बजट पेश किया जाता है. वहीं इससे एक दिन पहले आर्थिक सर्वेक्षण संदद में पेश किया जाता है. आसान शब्दों में अगर कहें तो इससे अगले दिन यानी 1 फरवरी को पेश होने वाले बजट की तस्वीर साफ हो जाती है यानी पेश होने वाले बजट में क्या कुछ खास होगा इसकी एक झलक ‘आर्थिक सर्वेक्षण’ से साफ हो जाती है. दरअसल आर्थिक सर्वेक्षण को पिछले साल की आर्थिक समीक्षा के आधार को देखते हुए तैयार किया जाता है. इकोनॉमिक सर्वे इसलिए भी महत्वपूर्ण होता है कि इस सर्वे से आसानी से पता लगाया जा सकता है कि साल भर में किस-किस सेक्टर में कमाई का ग्राफ कितना रहा है. साथ ही इससे ये भी पता चल जाता है कि देश में पूरे साल में विकास का ट्रेंड कैसा रहा और किन से क्षेत्र में कौन सी योजनाएं किस प्रकार लागू की गईं हैं.
जानें पहला आर्थिक सर्वेक्षण कब हुआ?
बात 1950 की जब आर्थिक सर्वेक्षण का सिलसिला जारी हुए. जब वर्ष 1950-51 में पहली बार आर्थिक सर्वेक्षण संसद में पेश कराया गया था. जिसके चलते उस समय से अब तक बजट पेश होने से एक दिन पहले इकोनॉमिक सर्वे पेश किया जाता है. ये बेहद खास होता है.
यह भी पढ़ें: देश के 2 ऐसे वित्त मंत्री जो नहीं कर पाए बजट पेश, जिसकी वजह रही ये! जानें पूरा मामला
दो हिस्सों में पेश किया जाता है आर्थिक सर्वे
अब इस बात को इस तरीके से समझें कि इकोनॉमिक सर्वे बजट का एक आधार होता है. हालांकि यह जरूरी नहीं होता कि इसकी आर्थिक सर्वेक्षण की सिफारिशों को सरकार अपना ले. जब भी आर्थिक सर्वेक्षण पेश करने की बात आती है तो इसके अंदर सरकार की नीतियों, जरूरी आंकड़े सहित आर्थिक रुझानों के बारे में पूरी जानकारी बताई जाती है. इसको दो हिस्सों में पेश किया जाता है. पहले हिस्से में देश की आर्थिक स्थिति के बारे में विस्तार से बताया जाता है वहीं दूसरे में अलग-अलग सेक्टर्स के आंकड़े प्रस्तुत किए जाते हैं.
बजट पर टिकी हैं सबकी निगाहें
इस आम बजट को लेकर निर्मला सीतारमण पहले ही बता चुकी हैं कि इसमें कोई बड़े ऐलान नहीं किए जाएंगे. वहीं मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का यह आखिरी आम बजट है. जिसकी वजह से इस पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं.
TNP न्यूज़ से अमजद खान की रिपोर्ट.