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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप एशिया दौरे पर हैं और इस दौरान उन्होंने थाईलैंड और कंबोडिया के बीच विस्तारित युद्धविराम समझौते पर साइनिंग में हिस्सा लिया। यह ऐतिहासिक मौका रविवार को हुआ और ट्रंप की मौजूदगी में दोनों देशों के नेताओं ने शांति बनाए रखने का संकल्प जताया।
थाईलैंड और कंबोडिया का सीजफायर समझौता
थाई प्रधानमंत्री ने ट्रंप का धन्यवाद करते हुए कहा कि अमेरिका के समर्थन और उनके व्यक्तिगत प्रयासों से यह समझौता संभव हुआ। उन्होंने बताया कि अब हथियार हटाने और युद्धबंदियों को रिहा करने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। प्रधानमंत्री का कहना था कि अगर यह पूरी तरह लागू होता है, तो यह क्षेत्र में स्थायी शांति की नींव रखेगा।
ट्रंप का दावा: आठ युद्ध सिर्फ आठ महीनों में खत्म
इस मौके पर ट्रंप ने कहा कि उनके प्रशासन ने सिर्फ आठ महीनों में आठ युद्ध खत्म किए हैं, यानी औसतन हर महीने एक युद्ध। उन्होंने यह भी जोड़ा कि अब केवल एक ही संघर्ष बाकी है, जो पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच हाल ही में शुरू हुआ। ट्रंप ने भरोसा जताया कि वह इसे भी जल्द सुलझा लेंगे।
उन्होंने कहा, “मैं दोनों देशों के नेताओं को जानता हूं। पाकिस्तान के फील्ड मार्शल और अफगान प्रधानमंत्री बहुत अच्छे लोग हैं। मुझे यकीन है कि इसे भी मैं जल्दी सुलझा दूंगा। यह मेरा शौक नहीं है, लेकिन मैं इसमें अच्छा हूं और मुझे यह करना पसंद है।”
संयुक्त राष्ट्र पर तंज
ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र (UN) पर भी तंज कसते हुए कहा कि UN ने उनका टेलीप्रॉम्प्टर बंद कर दिया था और अन्य व्यवस्थाएं भी ठीक से नहीं चलीं। उन्होंने कहा कि UN के पास क्षमता है, लेकिन वे सहयोग नहीं कर रहे।
एशिया दौरे की अगली मंजिलें
26 अक्टूबर को ट्रंप मलेशिया पहुंचे, जहां उन्होंने ASEAN सम्मेलन में हिस्सा लिया। इसके बाद उनकी यात्रा जापान जाएगी, जहां वह नई प्रधानमंत्री सना ताका इची से मुलाकात करेंगे। यात्रा का अंतिम पड़ाव दक्षिण कोरिया होगा, जहां वह अंतरराष्ट्रीय व्यापार शिखर सम्मेलन से पहले चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात करेंगे।
Saurabh Dwivedi






