
बेंगलुरु में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहाँ एक डॉक्टर ने अपनी ही पत्नी की हत्या कर दी। विक्टोरिया अस्पताल में जनरल सर्जन के पद पर तैनात डॉ. महेंद्र रेड्डी को उनकी पत्नी डॉ. कृतिका रेड्डी की हत्या के आरोप में पुलिस ने गिरफ्तार किया है। दोनों की शादी 26 मई 2024 को हुई थी, यानी अभी सिर्फ 11 महीने ही हुए थे।
बेहोशी की दवा से दी गई मौत
पुलिस के मुताबिक, महेंद्र ने अपनी पत्नी को प्रोपोफोल नाम की बेहोशी की दवा इंजेक्शन के रूप में दी। यह वही दवा है जो ऑपरेशन थिएटर में इस्तेमाल की जाती है, लेकिन इसे सामान्य इलाज में देना कानूनन मना है। महेंद्र ने कृतिका को यह इंजेक्शन दो दिनों तक लगाया, यह कहते हुए कि यह उसके इलाज का हिस्सा है।
23 अप्रैल 2025 को कृतिका अपने पिता के मराठाहल्ली स्थित घर पर अचानक बेहोश हो गईं। जब उन्हें अस्पताल ले जाया गया, तो डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। शुरुआत में पुलिस ने इसे प्राकृतिक मौत माना और अप्राकृतिक मृत्यु रिपोर्ट (UDR) दर्ज की।
बहन के शक से खुली साजिश की पोल
कृतिका की बड़ी बहन, डॉ. निकिता रेड्डी, जो रेडियोलॉजिस्ट हैं, ने इस पर संदेह जताया। उन्होंने पुलिस से गहराई से जांच करने की मांग की। लगभग छह महीने बाद, फॉरेंसिक साइंस लैब (FSL) की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ कि कृतिका के शरीर में प्रोपोफोल मौजूद था, जिससे उसकी मौत हुई थी।
हत्या का मामला दर्ज और गिरफ्तारी
एफएसएल रिपोर्ट के बाद, मराठाहल्ली पुलिस ने मामला हत्या के रूप में दर्ज किया और भारतीय न्याय संहिता (BNS) 2023 की धारा 103 के तहत महेंद्र रेड्डी को गिरफ्तार कर लिया। वह घटना के बाद मणिपाल, उडुपी में छिपकर रह रहा था। पुलिस ने पहले ही उसके खिलाफ लुक-आउट सर्कुलर (LOC) जारी किया था।
परिवार की आपराधिक के बारे में
जांच में सामने आया कि महेंद्र के परिवार का अपराधिक रिकॉर्ड भी है। उसके जुड़वां भाई डॉ. नागेंद्र रेड्डी पर 2018 में धोखाधड़ी के कई केस दर्ज हैं। जबकि महेंद्र और उसके दूसरे भाई राघव रेड्डी पर 2023 में धमकी देने का भी मामला दर्ज हुआ था। कृतिका के परिवार ने कहा कि शादी के वक्त यह जानकारी छिपाई गई थी।
कृतिका का सपना अधूरा रह गया
सिर्फ 28 साल की उम्र में कृतिका एक सफल त्वचा विशेषज्ञ बन चुकी थीं। उन्होंने एमबीबीएस, एमडी और डीएनबी जैसी डिग्रियाँ हासिल की थीं और 4 मई 2025 को अपने क्लिनिक “स्किन एंड स्कैलपेल” का उद्घाटन करने वाली थीं।
उनके पिता मुनि रेड्डी ने कहा, “कृतिका अपने पति पर भरोसा करती थी, लेकिन उसी ने उसके विश्वास और पेशे दोनों का दुरुपयोग किया। न्याय सिर्फ कृतिका का नहीं, हर उस महिला का है जो सच्चे प्यार पर विश्वास करती है।”
Saurabh Dwivedi