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Election Commission: मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने सोमवार को बताया कि बिहार के बाद अब उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल समेत 12 राज्यों में कल से स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) शुरू होने जा रहा है।
क्या है SIR और क्यों है जरूरी?
SIR यानी Special Intensive Revision, मतदाता सूची को अपडेट करने की एक विशेष प्रक्रिया है। इस दौरान नए वोटरों के नाम जोड़े जाते हैं, पुराने या गलत नाम हटाए या सुधारे जाते हैं, और पते या अन्य जानकारियों में सुधार किया जाता है। इस प्रक्रिया का मकसद है कि आगामी चुनावों से पहले वोटर लिस्ट पूरी तरह सटीक और त्रुटिरहित हो।
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दूसरे चरण में इन 12 राज्यों में होगा SIR
दूसरे चरण में चुनाव आयोग 12 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में SIR कर रहा है। इन 12 राज्यों में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह, गोवा, पुडुचेरी, छत्तीसगढ़, गुजरात, केरल, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और लक्षद्वीप शामिल हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त का ऐलान
दिल्ली में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा,“आज हम देश के 12 राज्यों में SIR के दूसरे चरण की शुरुआत का ऐलान कर रहे हैं। यह चरण मतदाता सूची को अपडेट करने और वोटर लिस्ट की गुणवत्ता सुधारने पर केंद्रित रहेगा।”
उन्होंने आगे कहा कि आयोग ने देश के सभी 36 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के चुनाव अधिकारियों से मुलाकात की और पूरे SIR प्रोसेस पर विस्तार से चर्चा की गई।
#WATCH मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने 12 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में किए जाने वाले SIR (विशेष गहन पुनरीक्षण) के दूसरे चरण की घोषणा की।
— ANI_HindiNews (@AHindinews) October 27, 2025
उन्होंने कहा, "मुद्रण/प्रशिक्षण का कार्य 28 अक्टूबर से 3 नवंबर 2025 तक चलेगा। घर-घर गणना चरण 4 नवंबर से 4 दिसंबर 2025 तक की जाएगी।… pic.twitter.com/yXaHjkqXkm
7.5 करोड़ मतदाताओं ने निभाई भूमिका
ज्ञानेश कुमार ने कहा कि SIR के पहले चरण में 7.5 करोड़ मतदाताओं ने सक्रिय रूप से भाग लिया, जिसके लिए उन्होंने सभी को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, “मैं बिहार और उन सभी राज्यों के मतदाताओं को बधाई देता हूं, जिन्होंने इस प्रक्रिया को सफल बनाया।”
बिहार में पहला चरण सफल रहा
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने बताया कि बिहार में SIR का पहला चरण पूरी तरह सफल रहा। इस दौरान राज्यभर के 90,000 से अधिक मतदान केंद्रों को शामिल किया गया। उन्होंने कहा कि यह चरण बिना किसी शिकायत या अपील के शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ।
कुमार ने आगे कहा, “बिहार के मतदाताओं की सक्रिय भागीदारी बेहद सराहनीय रही है। यह पहल अन्य राज्यों के लिए भी एक मिसाल और प्रेरणा बन गई है।”
अब तक 8 बार हुआ SIR
मुख्य चुनाव आयुक्त ने बताया कि 1951 से 2004 के बीच देश में 8 बार SIR किया गया है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों ने कई बार मतदाता सूचियों की गुणवत्ता पर सवाल उठाए, इसी वजह से आयोग ने यह पहल दोबारा तेज करने का फैसला लिया है ताकि हर पात्र नागरिक का नाम सूची में जुड़ सके।
आज रात फ्रीज होगी मतदाता सूची
ज्ञानेश कुमार ने बताया कि जिन राज्यों में SIR लागू होगा, वहां की मतदाता सूचियों को आज रात फ्रीज कर दिया जाएगा। यानी अब आगे केवल तय प्रक्रिया के तहत ही बदलाव किए जा सकेंगे।
Saurabh Dwivedi

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