
New Delhi: समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के मुखिया और उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav)के पीडीए (पिछड़ा, दलित और अल्पसंख्यक) वाली रणनीति को ध्वस्त करने के लिए एनडीए (NDA) ने नया एक्शन प्लैन तैयार किया है. 80 सीटों पर जीत दर्ज करने के लिए बीजेपी (BJP) 20 हजार वॉलंटियर की फौज तैयार करने की प्लानिंग करने जा रही है. ये टीम ओबीसी मतदाताओं (OBC Voters) को लुभाने के लिए उनके घर घर जाकर लोगों को सरकार की योजनाओं से अवगत कराएगी. बीजेपी (BJP) की ये रणनीति पीडीए (PDA) की काट के तौर पर देखी जा रही है.
जानिए BJP की क्या है नई रणनीति
आगामी लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी (BJP)समेत तमाम दल चुनावी तैयारियों को धार देने में जुट गए हैं. "सबका साथ सबका विकास" के संकल्प के साथ बीजेपी (BJP) तीसरी बार हैट्रिक लगाने की तैयारी में है. बीजेपी का प्लान इस बार भी भारी बहुमत से जीतकर दिल्ली (Delhi) की सत्ता हासिल करने का है जिसके लिए वो सभी रणनीतियों पर काम करना शुरू कर चुकी है.बीजेपी सपा (SP) को चित करने के लिए 20 हजार वॉलिंटियर तैनात करने जा रही है. ये सभी वॉलिटियर ओबीसी समुदाय (OBC Community) के लोगों के घर जाकर सरकार की उपलब्धियों पर चर्चा करेंगे.
उत्तर प्रदेश में दलित और पिछड़े वर्ग की आबादी 60 से 65 फीसद के करीब है. अकेले एससी (SC) और एसटी ( ST) वर्ग की आबादी करीब 21 फीसद है. इसलिए बीजेपी की नजर पिछड़ों पर है. उत्तर प्रदेश में पिछड़ों की आबादी अकेले 40 से 45 फीसद तक मानी जाती है. लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी पिछड़ा वर्ग को अपने हित में साधने की पूरी तैयारी में लगी हुई है. बता दे कि उत्तरप्रदेश की 80 लोकसभा सीटों का लक्ष्य भेदने में पिछड़ा वर्ग अहम भूमिका निभा सकता है.
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समाजवादी पार्टी ने भी कसा कमर
समाजवादी पार्टी के मुखिया और उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश का दावा है कि बीजेपी के एनडीए के किले को ध्वस्त करने के लिए उनका पीडीए (PDA) समीकरण कामयाब साबित हो सकता है. अखिलेश ने पटना की बैठक में पीडीए का नाम लिया था और बाद में 23 जून को विपक्षी एकता के साथ आकर मोदी और बीजेपी को हराने की बात बोली थी. अब देखना काफी दिलचप्स होगा की अखिलेश का पीडीए दांव उन्हें कितना सफल बनाता हैं.